कपूरथला, 10 अगस्त (रवि कुमार) : देश के खेल प्रेमियों के लिए वीरवार सुबह उस समय खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा जब भारतीय हाकी टीम ने 41 वर्ष के बाद टोक्यो ओलिंपिक में कांस्य पदक जीत कर पूरे विश्व में परचम फहराया।गुरुवार सुबह देशवासियों के लिए भारतीय हॉकी टीम खुशी की सौगात लेकर आई जब टीम ने जर्मनी को चार के मुकाबले पांच गोल से हराकर ब्रोंज मेडल जीत लिया।इससे खेल प्रेमियों में खुशी का माहौल कायम हो गया।41 साल बाद हॉकी टीम ने यह मेडल जीता।कांग्रेस स्पोर्ट्स सेल के प्रदेश प्रधान राजीव वालिया ने कहा कि यह गौरव का क्षण था।हॉकी हमारा राष्ट्रीय खेल है।ऐसे में यह पदक हमारे देश के लिए काफी महत्वपूर्ण है।राजीव वालिया ने कहा कि हॉकी खेल में भारत की जीत देश को गौरव प्रदान करता है।इससे इस खेल को और बढ़ावा मिलेगा।उन्होंने ने कहा कि भारत और जर्मनी के बीच बहुत अच्छा मैच रहा।हमारे खिलाड़ियों में देश प्रेम की भावना से मैच को खेला यह हम सबके लिए गौरव की बात है।उन्होंने कहा कि उन खिलाड़ियों की सराहना करता हूं,जो अपने जुनून और कठिन परिश्रम से देश का गौरव बढ़ा रहे हैं।
राजीव वालिया ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक में भारतीय टीम सेमीफाइनल में हारने के बाद मायूसी हुई थी,लेकिन उम्मीद यह भी थी कि भारतीय टीम कांस्य पदक हासिल कर ही लेगी।तीसरे स्थान के लिए जर्मनी के साथ मुकाबले में भारतीय टीम ने अच्छा खेलते हुए 5-4 से जीत दर्ज कर कांस्य पद पर कब्जा जमाकर भारत की झोली में मैडल डाला है।इस जीत से युवा खिलाड़ियों में जोश भरा है।उन्होंने कहा कि भारतीय टीम ने अच्छा खेलते हुए भारत की कांस्य पदक दिलाकर हॉकी के खिलाड़ियों और प्रशंसकों के मन में जोश भर दिया है। ओलंपिक में दोनोें टीमों के बेहतरीन प्रदर्शन से युवा वर्ग में उत्साह भर गया है,इससे अब खिलाड़ी का मनोबल और मजबूत होगा।महिला टीम भी ओलंपिक में कास्य पदक पर कब्जा जमाएगी और भारत की अंक तालिका में एक ओर मेडल जुड जाएगा।राजीव वालिया ने मेजर ध्यान चंद यद् करते हुए कहा कि वह एक महान खिलाड़ी थे,उन्होंने ओलंपिक में तीन स्वर्ण पदक जीते और अपनी जादुई तकनीक से करोड़ों खेल प्रेमियों को मंत्रमुग्ध किया।मेजर ध्यान चंद की प्रतिभा,उपलब्धियां और मातृभूमि के प्रति समर्पण हमेशा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे।