पटियाला, 31 अक्तूबर (ब्यूरो) : शिरोमणी अकाली दल ने हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एचएसजीएमसी) के गठन की अधिसूचना तत्काल वापिस लेने की मांग करते हुए कहा कि हरियाणा के सिख खटटर सरकार द्वारा जारी सरंचना का विरोध कर रहे हैं।
यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए डॉ. दलजीत सिंह चीमा और पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा ने कहा कि एचएसजीएमसी के गठन की अधिसूचना ने अकाली दल के इस रूख की पुष्टि कर दी है कि गुरुद्वारा साहिबों के प्रबंधन का निर्णय कोई और द्वारा लिया जा रहा है, और सिखों से सलाह भी नही ली गई। उन्होने यह भी बताया कि बलजीत सिंह दादूवाल ने जिस तरह से अधिसूचना का विरोध किया, उससे पता चलता है कि अध्यादेश जारी करने से पहले एचएसजीएमसी के सदस्यों से भी परामर्श नही किया गया है।
मीडिया के एक सवाल का जवाब देते हुए डॉ. चीमा और रखड़ा ने कहा कि एसजीपीसी की पूर्व अध्यक्ष बीबी जागीर कौर पार्टी की वरिष्ठ नेता रही हैं और पार्टी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली इकाई कोर कमेटी सदस्य भी रही हैं। उन्होने कहा कि उन्होने उनसे फोन पर भी बात की है और एसजीपीसी पदाधिकारियों के चुनाव के मुददे पर चर्चा करने के लिए कल शाम 30 अक्टूबर को शाम 4 बजे कपूरथला में उनके पैतृक गांव बेगोवाल में उनसे व्यक्तिगत मुलाकात करेंगें। उन्होने कहा कि पार्टी अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने इन दोनों को यह जिम्मेदारी सौंपी है और वे उनसे इस मुददे पर विस्तार से चर्चा करेंगें।
एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए डॉ.चीमा ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा नोटों पर हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरें प्रकाशित करने के सुझाव की निंदा की और कहा कि लोग विभिन्न धार्मिक स्थानों पर इन देवी -देवताओं के समक्ष नतमस्तक होते हैं। उन्होने कहा कि भगवान हमेशा सर्वोपरि हैं और करंसी सहित हर चीज से कहीं उपर हैं। उन्होने कहा कि केजरीवाल जो कुछ भी कर रहे हैं , उसका उददेश्य हिमाचल प्रदेश और गुजरात चुनावों में वोट बटोरना है।इस अवसर पर पूर्व चेयरमैन सुरजीत सिंह अबलोवाल भी उपस्थित थे।