जालंधर, 23 अगस्त (धर्मेंद्र सौंधी) : प्राचार्य प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के कुशल मार्गदर्शन में एचएमवी के चार छात्रों का स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2022 के ग्रैंड फिनाले के लिए चयन किया गया है। एचएमवी से महक, देपाली, पलक और हर्षिता की टीम इवॉल्विंग बड्स ने माई डिजीयात्रा का एक प्रोटोटाइप तैयार किया जिसमें उन्होंने भारत के सभी महत्वपूर्ण तीर्थों को जोड़ने के लिए एक कार्यक्रम विकसित किया। उन्होंने यात्रा के विकल्प के रूप में आभासी तीर्थयात्रा के अनुभव के विचार पर काम किया जो उन लोगों के लिए एकदम सही है जो अपना घर छोड़ने में असमर्थ हैं, या यहां तक कि उनके लिए भी जो केवल आध्यात्मिक यात्रा की तलाश में हैं।
इस विचार से उन वरिष्ठ नागरिकों को लाभ होगा जो अपने फोन का उपयोग करके इन साइटों पर जा सकते हैं। उपयोगकर्ता किसी भी समय कहीं से भी भारत के तीर्थों की यात्रा कर सकता है। COVID समय में, लोग अपने पसंदीदा तीर्थों तक नहीं पहुँच सके, जिनके प्रति वे समर्पित हैं। इसके अलावा तीर्थयात्रियों को आर्थिक रूप से भी नुकसान होता है। इसके अलावा विकलांग या वृद्ध भक्त तीर्थ यात्रा नहीं कर पा रहे हैं। एचएमवी के छात्रों ने इन भक्तों की सहायता के लिए भारत के प्रसिद्ध तीर्थों के 360 दृश्यों के साथ एक एकल आभासी मंच विकसित किया।
उनका मुख्य उद्देश्य भारत की संस्कृति को दुनिया के बाकी हिस्सों में आगे लाना और यह सुनिश्चित करना था कि उपयोगकर्ता COVID प्रेरित लॉकडाउन जैसी स्थितियों में भी अपने देवता के साथ भावनात्मक रूप से जुड़े रहें। प्राचार्य डॉ. अजय सरीन ने छात्रों, उनकी नोडल अधिकारी डॉ. अंजना भाटिया, डीन, इनोवेशन एंड रिसर्च, मेंटर्स, श्री आशीष चड्ढा और श्री ऋषभ धीर को बधाई दी और उन्हें भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं। प्रिंसिपल डॉ. अजय सरीन ने आगे कहा कि एचएमवी ने हमेशा छात्रों के बीच नवाचारों और उद्यमिता का समर्थन किया है।