फाज़िल्का, 28 जनवरी (ब्यूरो) : स्पेशल आपरेशन सेल फाजिल्का ने हथियारों सहित दो लोगों राजस्थान के जोधपुर के जैतियावास गांव निवासी बन्ना राम उर्फ विनोद देवसी व मुकेश उर्फ मुक्शा रबारी को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपितों से आठ पिस्तौल व जिंदा रौंद बरामद हुए हैं।
पुलिस ने आरोपितों को अदालत में पेश करके दो दिन का रिमांड हासिल किया है। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि स्टेट स्पेशल आपरेशन सेल (एसएसओसी) फाजिल्का को सूचना मिली थी कि दो लोग मध्य प्रदेश से तस्करी कर लाए गए हथियारों की खेप पंजाब के अर्श डल्ला गिरोह के सदस्यों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।
एसएसओसी थाना फाजिल्का की पुलिस टीम ने शुक्रवार को अबोहर-हनुमानगढ़ मार्ग फाजिल्का के रामसर गांव में नाकाबंदी कर सात पिस्तौल .32 बोर की व दो जिंदा कारतूस बरामद कर दोनों आरोपितों को गिरफ्तार किया। आरोपितों से एक .315 बोर की देसी पिस्तौल और दो कारतूस भी बरामद हुए हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने दोनों आरोपितों से 9,650 रुपये की नकली भारतीय करंसी भी बरामद की है।
एआइजी एसएसओसी लखबीर सिंह ने कहा कि एसएसओसी फाजिल्का ने इससे पहले उनके माड्यूल के सदस्य को जोधपुर ग्रामीण जिले के नरेश पंडित को गिरफ्तार किया था। उसने पूछताछ में बताया था कि वह अर्श डल्ला के संपर्क में था, जो एक नामित आतंकवादी है और उसे फिरौती के लिए जोधपुर के एक प्रमुख उद्योगपति का अपहरण करने का काम सौंपा गया था।
यह जानकारी राजस्थान पुलिस के साथ साझा की गई, जिससे जिला पाली में अपहरण के माड्यूल का भंडाफोड़ हुआ। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में हथियारों के स्रोत का पता लगाने के लिए जांच जारी है। पुलिस नकली भारतीय मुद्रा के एंगल से भी जांच कर रही है।
लारेंस बिश्नोई गिरोह का प्रमुख गुर्गा रवि गिरफ्तार
पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने लारेंस बिश्नोई गिरोह के एक प्रमुख सदस्य खन्ना के राजगढ़ गांव निवासी राजवीर सिंह उर्फ रवि राजगढ़ को .30 कैलिबर चीन निर्मित पिस्तौल सहित गिरफ्तार कर लिया है। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि राजवीर सिंह पिछले 13-14 साल से लारेंस बिश्नोई और कनाडा के आतंकी गोल्डी बराड़ के संपर्क में था। वह उन्हीं के इशारे पर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।
उसके खिलाफ राज्य में हत्या, हत्या के प्रयास और शस्त्र अधिनियम आदि से संबंधित मामले दर्ज हैं। एडीजीपी प्रमोद बान ने सूचना के आधार पर डीएसपी राजन परमिंदर और डीएसपी दीपिका सिंह के नेतृत्व में एआइजी एजीटीएफ संदीप गोयल की निगरानी में एक पुलिस टीम भेजी।