जालंधर 22 नवंबर (धर्मेंद्र सौंधी) : जालंधर की महत्वपूर्ण सीट सेंट्रल विधानसभा हलका की सीट अब नुक्कड़ की चाय की दुकानों पर चर्चा का विषय बन गई है। चर्चा हो भी क्यों न यहां पर शिअद बसपा प्रत्याशी जिसकी जीत के दावे तो बहुत किए जा रहे हैं पर वास्तव में सच्चाई कुछ और है। यहां से कांग्रेस विधायक राजिंदर बेरी अपने विकास कार्यों की फेहरिस्त लेकर इलाकावासियों से जनसंपर्क अभियान बनाए हुए हैं और उन्हें उनके अभियान में सफलता भी मिलती दिख रही है। यहां से भाजपा की तरफ से मनोरंजन कालिया को उतारा जाना तय है और आम आदमी पार्टी सीएम फेस की तरह यहां कैंडिडेट घोषित नहीं कर पा रही है। हालांकि उम्मीद है कि आप हारे हुए पत्ते डा. संजीव शर्मा पर बाजी लगा सकती है। बात शिअद बसपा प्रत्याशी की करें तो उन्होंने भी चुनाव दफ्तर खोलकर जनसंपर्क अभियान शुरू किया रहा है लेकिन जीत का फैक्टर बेरी के हक में उतरता दिख रहा है।
इसकी कई वजहें हैं जैसे कि बेरी को धीरे-धीरे अपने उन पार्षदों का साथ मिलना शुरू हो गया है कैप्टन खेमे के माने जाते थे। दरअसल ग्राऊंड से जुड़े कांग्रेस के वर्कर को कैप्टन या चन्नी से कोई मतलब नहीं वह सिर्फ कांग्रेस की जीत देखना चाहता है इसलिए बेरी की जीत का रास्ता प्रशस्त होता जा रहा है। दूसरा फैक्टर है गांवों में शिअद का विरोध। सेंट्रल हलके के आसपास जो गांव लगते हैं वहां का वोटबैंक चुनाव की बाजी पलट सकता है। गांवों में सुखबीर बादल की अगुवाई वाली शिअद की हवा ज्यादा अच्छी नहीं है। वैसे भी कृषि कानून खत्म करने का ऐलान करके पीएम मोदी ने चुनावी मुद्दा ही खत्म कर दिया है।