दिल्ली, 19 अप्रैल (ब्यूरो) : साहिब श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व के अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के लाल किले की प्राचीर से 21 अप्रैल को देशवासियों को संबोधन करेंगे। इस दिन पीएम मोदी विश्व के सिख समुदाय के लोगों को एक खास संदेश दे सकते हैं। इस मौके पर पीएम नरेंदर मोदी एक स्मारक सिक्का डाक टिकट भी जारी करेंगे। यह पहला मौका है जब पीएम मोदी धार्मिक कार्यक्रम पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे। संस्कृति मंत्रालय ने पीएम मोदी के संबोधन की जानकारी दी। पीएम मोदी स्वतंत्रता दिवस से इतर 21 अक्तूबर 2018 को भी लाल किले से देश को संबोधित कर चुके हैं। इससे पहले जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिखों के 10वें गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व पर उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व पर लोगों कोसंबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि उनका जीवन संदेश लाखों लोगों को ताकत देता है।
पीएम मोदी ने कहा था कि उन्हें हमेशा इस बात की खुशी रहेगी कि उनकी सरकार को गुरु गोबिंद सिंह का 350वां प्रकाश उत्सव (जयंती) मनाने का अवसर मिला। उससे एक दिन पहले अमित शाह वहां पर आ रहे हैं। गुरु तेग बहादुर ने महज 14 वर्ष की आयु में अपने पिता के साथ मुगलों के हमले के खिलाफ हुए युद्ध में उन्होंने अपनी वीरता का परिचय दिया। इस वीरता से प्रभावित होकर उनके पिता ने उनका नाम तेग बहादुर यानी तलवार के धनी रख दिया था। उन्होंने मुगल शासक औरंगजेब की तमाम कोशिशों के बावजूद इस्लाम धारण नहीं किया तमाम जुल्मों का पूरी दृढ़ता से सामना किया। औरंगजेब ने उन्हें इस्लाम कबूल करने को कहा तो गुरु साहिब ने कहा कि वह शीश कटा सकते हैं केश नहीं। जिसके बाद दिल्ली के चांदनी चौक पर उन्हें शहीद कर दिया गया था। उन्होनें हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए अपना शीश कटा दिया था। इस कारण उन्हें हिन्द की चादर कहा जाता है। ज्योति जोत समाने