जालंधर, 04 जून (कबीर सौंधी) : स्पाइन से जुड़ी हुई समस्याओं में कमर दर्द व पैरों में दर्द का होना काफी आम बात है। कमर दर्द को 21 वीं सदी का एपिडेमिक कहा जा रहा है। इसका मतलब हर किसी को कभी ना कभी कमर दर्द हो सकता। जिसका कारण हमारी जिंदगी जीने का बदलाव है जिसमें ज्यादातर बैठकर काम करना व हमारा खान-पान है। जिसके कारण मोटापा भी बढ़ जाता है।
डॉक्टर त्रिवेदी (सीनियर इंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जन) वासल अस्पताल ने बताया कि स्पाइन से जुड़ी हुई समस्याओं में कमर दर्द व पैरों में दर्द का जाना जिसके कारण चलने में मुश्किल का होना काफी आम बात है।
नौजवानों में तो जिम के दौरान अंदरूनी चोट के कारण स्लिप डिस्क काफी देखा गया है। जिसमें भारी वज़न को उठाने के कारण स्लिप डिस्क की बीमारी हो जाती है। क्योंकि आज इंडोस्कोपिक सर्जरी से ये एक डे-केयर सर्जरी हो गई है। जिसमें एक 7 मिली मीटर के छोटे से चीरे से बिना बेहोश किए ऑपरेशन किया जाता है और मरीज तुरंत ही चलना शुरू कर देता है। सिर्फ एक बैंडेज लगी होती है।
किसी भी तरह की चीरफाड़ नहीं की जाती। साथ ही साथ लेजर सर्जरी का भी उपयोग किया जा सकता है और मरीज तुरंत अपने काम पर लौट सकता है। डॉक्टर त्रिवेदी ने बताया ना केवल पूरे भारत में साथ ही साथ विदेशी मरीज इराक, बंगलादेश, तनाज़िया, दुबई अबू धबी, इंडोनेशिया से भी आकर इस नई तकनीक से जालंधर पंजाब में आकर उनसे ऑपरेशन करवा रहे हैं। एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी ने एक तरह की क्रांति लाई है।