अमृतसर, 25 नवंबर (साहिल गुप्ता) : पंजाब में आप सरकार भ्रष्टाचार से खिलाफ सख्ती से कार्रवाई कर रही है। सरकार की ओर से जारी किए गए आदेशों पर विजीलेंस की टीम ने पूर्व डिप्टी सीएम ओम प्रकाश सोनी की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है। विजिलेंस ने ओपी सोनी को समन जारी किया है। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने पूर्व उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी को आय से अधिक संपत्ति के चलते आज विजिलेंस ने तलब किया है। एसएसपी वरिंदर सिंह ने इस बात की पुष्टि की है। विजिलेंस ने जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कल इस संबंध में विजिलेंस ब्यूरो को हरी झंडी दे दी थी। सूत्रों का कहना है कि विजिलेंस के अलावा अमृतसर के सर्किट हाउस के पट्टे के मामले की भी जांच की जा रही है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सोनी कई बार शपथ पत्र के जरिए चुनाव आयोग की संपत्ति का खुलासा कर चुके हैं। 2007 के विधानसभा चुनाव के समय सोनी ने अपनी चल संपत्ति 1.94 करोड़ बताई थी, जो 2022 के चुनाव के समय बढ़कर 27.98 करोड़ हो गई है। 2009 के लोकसभा चुनाव के समय सोनी की संपत्ति 3.80 करोड़ रुपए थी। पिछले कांग्रेस शासन के दौरान संपत्ति में सबसे अधिक वृद्धि हुई है और इसमें लगभग 10 करोड़ की वृद्धि हुई है जबकि कर्ज अचानक कम हो गया है।
हालांकि सोनी को किस मामले में तलब किया गया है उस बारे में तो स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है लेकिन सोनी जब कैप्टन कैबिनेट में थे तब जालंधर में किडनी कांड की जांच में हुई अनियमितता का मामला सामने आय़ा। हालांकि मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था लेकिन अगर विजिलेंस जालंधर में हुए किडनी कांड की फाइलें खंगाले तो शक की सुई ओपी सोनी पर घूम सकती है।