अमृतसर, 29 नवंबर (साहिल गुप्ता) : पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री ओम प्रकाश सोनी विजिलेंस ब्यूरो द्वारा जारी समन के बाद अपना पक्ष रखने के लिए अमृतसर स्थित एसएसपी विजिलेंस ब्यूरो के कार्यालय पहुंचे हैं। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के पूर्व मंत्रियों के बाद अब पूर्व डिप्टी सीएम ओम प्रकाश सोनी भी विजिलेंस ब्यूरो के राडार पर आ गए हैं।
हाल ही में पूर्व उपमुख्यमंत्री के आवास पर विजिलेंस विभाग का एक नोटिस पहुंचा था। जिसमें उन्हें शनिवार 25 नवंबर को एसएसपी विजिलेंस कार्यालय में पेश होने को कहा गया है। लेकिन उन्होंने तबीयत न ठीक होने का कारण देकर कुछ दिनों का समय मांगा था। पूर्व उपमुख्यमंत्री सोनी कई बार शपथ पत्र के जरिए चुनाव आयोग की संपत्ति का खुलासा कर चुके हैं।
2007 के विधानसभा चुनाव के समय सोनी ने अपनी चल संपत्ति 1.94 करोड़ बताई थी, जो 2022 के चुनाव के समय बढ़कर 27.98 करोड़ हो गई है। 2009 के लोकसभा चुनाव के समय सोनी की संपत्ति 3.80 करोड़ रुपये थी। पिछले कांग्रेस शासन के दौरान संपत्ति में सबसे अधिक वृद्धि हुई है और इसमें लगभग 10 करोड़ की वृद्धि हुई है जबकि कर्ज अचानक कम हो गया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के सत्ता में आते ही भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान शुरू हो गया। अब पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री पर 200 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगा है। जिसको लेकर पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी ने कहा है कि मेरे खिलाफ साजिश रची गई है। उन्होंने कहा है कि मेरे खिलाफ घोटाले की खबर झूठी है।