ग्वालियर, 30 जनवरी (ब्यूरो) : ग्वालियर के डबरा जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक मां ने अपनी नाबालिग बेटी के गर्भपात के लिए हाईकोर्ट से अनुमति मांगी है. दरअसल, उसके पड़ोस में रहने वाला लड़का नाबालिग को अगवा कर लखनऊ ले गया। वह लगातार छात्रा का शारीरिक शोषण करता था, जिससे वह गर्भवती हो गई हाईकोर्ट ने मामले पर सीएमएचओ से रिपोर्ट मांगी है।
ग्वालियर के डबरा में एक मां ने अपनी बेटी के गर्भपात के लिए हाईकोर्ट से अनुमति मांगी है. उसकी नाबालिग लड़की को पड़ोस में रहने वाला एक लड़का अगवा कर उत्तर प्रदेश के लखनऊ ले गया. युवक ने नाबालिग को वहीं बंधक बनाकर उसके साथ लगातार दुष्कर्म किया अब बच्ची 6 हफ्ते की गर्भवती है। इससे परिवार काफी तनाव में है डबरा पुलिस ने 4 जनवरी को आरोपी को पकड़ लिया और लोकेशन के आधार पर नाबालिग को बरामद कर लिया।
गौरतलब है कि डबरा में रहने वाली 9वीं कक्षा की छात्रा 2 दिसंबर को स्कूल जाते समय लापता हो गई थी. देर शाम जब नाबालिग छात्रा घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले में अपहरण का मामला दर्ज किया था। नाबालिग के लापता होने के साथ ही पड़ोस में रहने वाला 22 वर्षीय गिर्राज गोली भी गायब हो गया. लोकेशन के आधार पर पुलिस ने 4 जनवरी को लखनऊ में छापेमारी की। आरोपी गिर्राज गोली को वहीं के एक घर से गिरफ्तार कर लिया गया और नाबालिग लड़की को भी बरामद कर लिया गया।
छात्रा ने आपबीती सुनाई – आरोपी ने अपहरण कर दुष्कर्म किया
जब 4 जनवरी को डबरा पुलिस नाबालिग लड़की को लेकर ग्वालियर आई तो उसने पुलिस को आपबीती सुनाई. उन्होंने कहा कि पड़ोस में रहने वाला गिर्राज गोली उसे जबरन पकड़कर लखनऊ ले गया. आरोपी ने नाबालिग को लखनऊ में अपनी बहन के घर पर रखा था. इस दौरान आरोपी ने उसके साथ जबरदस्ती गलत काम किया। रोका तो बेल्ट से मारा। डर के मारे पीड़िता ने परिजनों के पास जाने से इंकार कर दिया। इसके चलते नाबालिग को वन स्टॉप सेंटर में रखा गया है।
बेटी गर्भवती हुई तो मां ने हाईकोर्ट में गुहार लगाई
पीड़िता का मेडिकल 11 जनवरी को ग्वालियर में कराया गया था। पता चला कि पीड़िता 6 सप्ताह की गर्भवती है। पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि गिर्राज लगातार उसका शारीरिक शोषण करता था। इससे वह गर्भवती हो गई। वन स्टॉप सेंटर ने मामले की पूरी जानकारी बाल कल्याण समिति को दी। बाल कल्याण समिति की सूचना पर बालिका को कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए न्यायालय में याचिका दायर की गई थी। पीड़िता के वकील राजेंद्र यादव ने कहा कि इस मामले में मां की ओर से बच्ची के गर्भपात को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है. कोर्ट ने सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद सीएमएचओ से रिपोर्ट मांगी है।