जालंधर, 13 सितंबर (धर्मेंद्र सौंधी) : रेड रिबन क्लब ने प्रिंसिपल प्रोफेसर डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के मार्गदर्शन में एक बेहद सफल निःशुल्क परामर्श शिविर का आयोजन किया। शिविर में महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों जैसे पीसीओडी, पीसीओएस, थायरॉयड विकार और नशीली दवाओं की लत पर ध्यान केंद्रित किया गया। यह शिविर क्षेत्र की प्रसिद्ध विशेषज्ञ डॉ. मनीषा सच्चर के सहयोग से आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में संकाय, कर्मचारियों और छात्रों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई, जिसमें लगभग 40 सदस्यों ने सत्र में भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. मनीषा सच्चर के गर्मजोशी से स्वागत के साथ हुई, जहां डॉ. नवरूप वरिष्ठतम संकाय और युवा कल्याण के डीन डॉ. रेड रिबन क्लब की प्रभारी दीपाली और श्रीमती चंद्रिका ने अतिथि को उनके बहुमूल्य समय और विशेषज्ञता के लिए सराहना के प्रतीक के रूप में एक प्लांटर भेंट किया। डॉ. मनीषा सच्चर का सत्र ज्ञानवर्धक और अत्यधिक जानकारीपूर्ण था। उन्होंने पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज (पीसीओडी) और पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (पीसीओएस) की व्याख्या करते हुए शुरुआत की, जिसमें लक्षणों, कारणों और महिलाओं के स्वास्थ्य पर इन स्थितियों के प्रभाव पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने इन विकारों के प्रबंधन में शीघ्र निदान और जीवनशैली में बदलाव के महत्व पर जोर दिया। उनकी बातचीत में थायराइड विकारों पर भी चर्चा हुई, जो पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित करने वाला एक और आम मुद्दा है।
डॉ. सच्चर ने हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायरायडिज्म के लक्षणों, हार्मोनल संतुलन की भूमिका और कैसे उचित चिकित्सा मार्गदर्शन इन स्थितियों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में मदद कर सकता है, पर चर्चा की। उन्होंने नशीली दवाओं की लत और अपने प्रियजनों को इससे बचाने के तरीकों के बारे में भी बात की। परामर्श शिविर ने प्रतिभागियों को इन स्वास्थ्य मुद्दों की बेहतर समझ हासिल करने की अनुमति दी, और कई उपस्थित लोगों ने डॉ. मनीषा से व्यक्तिगत सलाह लेने का अवसर लिया। शिविर की संवादात्मक प्रकृति ने खुली चर्चा को प्रोत्साहित किया, जहाँ छात्र और कर्मचारी प्रश्न पूछने और अपनी शंकाओं को दूर करने में सक्षम थे। कुल मिलाकर, शिविर एक बड़ी सफलता थी, जिसने पीसीओडी, पीसीओएस और थायरॉयड मुद्दों पर बहुत आवश्यक जागरूकता और मार्गदर्शन प्रदान किया। रेड रिबन क्लब भविष्य में भी ऐसे स्वास्थ्य-केंद्रित कार्यक्रमों का आयोजन जारी रखने की योजना बना रहा है, जिससे संस्था के समुदाय की भलाई में योगदान मिलेगा।