जालंधर, 14 सितंबर (कबीर सौंधी) : सावन मास के पावन उपलक्ष पर शिव पूरी धाम मे किशन पूरा मे महा रूद्र अभिषेक का आयोजन रूद्र सेना सग़ठन के संचालक दयाल वर्मा की तरफ से आयोजन किया गया इस मौक पर समाज सेवक सुदेश विज व उनके बेटे प्यूष विज ने शिरकत की गई जानकारी देते हुए दयाल वर्मा ने कहा की हिंदू शास्त्रों में की जाने वाली “रूद्र अभिषेक” यह एक प्राचीन सनातनी धर्म अनुष्ठान है। ‘रूद्र’ यह शब्द भगवान शिव के तांडव रूप को दर्शाता है, और ‘पूजा’ उनकी की गयी साधना को। यह अनुष्ठान करने से उपासक को आंतरिक शांति और तृप्ति प्राप्त होती है।
इस अनुष्ठान में भगवन शिव के रौद्र रूप की पूजा की जाती है जो की सभी बुरी शक्तिया, और बुरी उर्जाए का सर्वनाश करती है। सुदेश विज ने कहा की कई पुराने शास्त्रों में लिखित है की, रूद्र अभिषेक अनुष्ठान ग्रहो के हानिकारक दोष का निवारण करता है। जिस व्यक्ति के जन्म कुंडली में ग्रहो की गलत स्थान है वह भगवान शिव के क्रोध से प्रभावित करती है। इसीलिए, ग्रहो से बने हानिकारक दुष्परिणामों को दूर करने के लिए, रूद्र अभिषेक करना उचित माना गया है। कहा जाता है की, दोनों तरह की उर्जाए (सकारात्मक और नकारात्मक) वायुमंडल में होती है।
सकारात्मक ऊर्जा ख़ुशी, समृद्धि, आनंद से जुडी है, और नकारात्मक ऊर्जा तनाव, बीमारिया, निंदा, आदि से संबंधित है। इस अनुष्ठान को करने से सभी नकारात्मक उर्जाए सकारात्मक परिवर्तित हो जाती है, जिससे जीवन में खुशियाली छा जाती है।संदीप वर्मा ने बताया की यह एक धार्मिक अनुष्ठान है जो भगवान शिव को समर्पित किया जाता है। जब कोई भगवान शिव को रूद्र अभिषेक जैसे अनुष्ठान करके खुश करता है तो वे उनपर आशीर्वाद प्रदान करते है।
भगवान शिव के आशीर्वाद से किसी भी व्यक्ति के जीवन की सभी समस्याएं, ख़ुशी और स्थिरता , मन की शांति में बदल जाती है।इस मौके पर अमित वर्मा, सुनील कुमार, केतन, मोहित शर्मा, करण गंडोतरा,सुरिंदर बावा,शेखर आंनद, दिनेश कुमार, कुणाल शर्मा, आशु पंडित, दिनेश पड़ित, सोनू यादव, सुरेश कुमार, सन्नी,जोजी, प्रदीप,सतीश,रिंकू,विकास खन्ना, विक्की ढल, राजू वालिया, पंकज जुलका,राहुल उपस्थित रहे समारोह के बाद सबके लिए भंडारे की भी व्यवस्था थी।