जालंधर, 29 दिसंबर (धर्मेंद्र सौंधी) : डीएवी यूनिवर्सिटी, जालंधर में लड़कियों के लिए वार्षिक डीएवी राष्ट्रीय खेल का शुभारम्भ हुआ। मोहक और प्रभावशाली सांस्कृतिक कार्यक्रम से शुरू हुए इस मेगा स्पोर्ट्स इवेंट में 19 साल से कम उम्र की 3000 से अधिक स्कूली लड़कियां भाग लेने के लिए देश भर से पहुंची हैं। इस इवेंट में डीएवी के 15 ज़ोन्स का प्रतिनिधित्व करने वाली ये छात्राएं 24 खेलों में भाग लेंगीं।
स्पेर्ट्स इवेंट का उद्घाटन मुख्य अतिथि जस्टिस (सेवानिवृत्त) एन के सूद, वाईस प्रेजिडेंट, डीएवी कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी (डीएवी सीएमसी), नई दिल्ली द्वारा किया गया। । तीन दिवसीय खेलों का आयोजन डीएवी कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी, नई दिल्ली के तत्वावधान में किया जा रहा है।
अपने उद्घाटन भाषण में, जस्टिस सूद ने कहा कि युवा पीढ़ी खेल को करियर के रूप में अपनाने के लिए तैयार है। प्रतिभागियों को डीएवी सीएमसी की अध्यक्ष डॉ पूनम सूरी की ओर से शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि खेल और जीवन में पार्टिसिपेशन जीत से अधिक महत्वपूर्ण होते हैं। “जीवन में हार नहीं माननी चाहिए। विजेता वही लोग होते हैं जो गिरकर सम्भल जाते हैं।
डीएवी सीएमसी के डायरेक्टर और स्कूल खेलों के कन्वीनर श्री जे पी शूर ने कहा कि किसी भी खेल का आयोजन विजेताओं या सबसे फिट लोगों को चुनने के लिए नहीं होता बल्कि खेल भावना को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। उन्होंने कहा कि खेल एक लेवल प्लेइंग फील्ड प्रदान करते हैं। इसी भावना को जीवन में भी उतारना चाहिए।
उन्होंने कहा कि डीएवी नेशनल स्पोर्ट्स को स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा मान्यता प्राप्त है और प्रतियोगिता के विजेता फेडरेशन द्वारा आयोजित नेशनल स्कूल गेम्स के लिए क्वालीफाई करेंगे।
विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि डीएवी ने खेलों में कपिल देव, युवराज सिंह, एम एस धोनी, ओलंपियन नीरज चोपड़ा और गोल्फर जीव मिल्खा सिंह सहित कई दिग्गज दिए हैं। यहाँ भाग लेने वाली छात्रों में से भी कुछ प्रतिभागी भविष्य की हस्तियां हो सकती हैं।
समारोह में विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों में डीएवी सीएमसी के सचिव श्री अरविंद घई, श्री अजय गोस्वामी, श्री बी के मित्तल, प्रबंध समिति के सदस्य श्री रविंदर कुमार शर्मा, श्री इंद्रजीत तलवार, श्री एसपी सहदेव, स्थानीय अतिथि श्री कुंदन लाल अग्रवाल, कार्यकारी निदेशक, डीएवी विश्वविद्यालय श्री राजन गुप्ता, रजिस्ट्रार डॉ. के एन कौल और निदेशक खेल डॉ. यशबीर सिंह शामिल थे।