
मुस्कुराते रहो कभी अपने लिए कभी अपनों के लिए : नवजीत भारद्वाज
मां बगलामुखी जयंती पर प्रथम मीटिंग रविवार को
जालंधर, 03 मार्च (कबीर सौंधी) : मां बगलामुखी धाम नजदीक लम्मां पिंड चौंक होशियारपुर रोड़ पर स्थित गुलमोहर सिटी में धाम के संस्थापक एवं संचालक नवजीत भारद्वाज की अध्यक्षता में साप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ करवाया गया। सबसे पहले ब्राह्मणों द्वारा नवग्रह, पंचोपचार, षोढषोपचार, गौरी, गणोश, कुंभ पूजन, मां बगलामुखी जी के निमति माला जाप कर मुख्य यजमान तरुण जी ( भीलवाडा )से सपरिवार पूजा अर्चना उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाईं ।
इस यज्ञ में उपस्थित मां भक्तो को आहुतियां डलवाने के बाद नवजीत भारद्वाज ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि चिंता चिता के समान है परंतु इसे हटाना भी प्रभु के हाथ है । प्रभु ने जिसे चिंता लगाई है वह पड़ोसियों की खुशहाली देख कर भी चिंता ग्रस्त रहता है। किसी के पास पैसे नहीं है चिंतित है किसी के पास पैसे अधिक हैं वह भी चिंतित है। नवजीत भारद्वाज ने कहा कि जिस पर प्रभु की अपार कृपा हो उसे संतोष धन मिलता है वह तो बिना किसी चीज के भी मौज मस्ती में रहते हैं।
पहले संतान उत्पन्न होने पर बधाई देने वाला आता था तो बधाई लेने वाला कहता था प्रभु सभी को दे। अब तो हर कोई खुशी के मौके की बधाई के साथ पार्टी का तर्क कहता है । यह तो ऊपर वाले की मर्जी है कि वह संतोष धन की बख्शीश किसे करते हैं। वह भक्तजनों को निरोगी जीवन दान देते हैं । नवजीत भारद्वाज ने कहा कि संस्कारवान परिवार अपने बुजुर्गों की दी हुई सीख पर चलते हैं तथा सुखी रहते हैं । हमारा हर समय खुश रहना परिवारजनों को आशा की किरण देता है । इसलिए सदा मुस्कुराते रहो कभी अपनों के लिए कभी अपने लिए कभी अपनों के लिए।
इस अवसर पर विक्रम भसीन, विजय गुप्ता, राजेंद्र कत्याल, रोहित बहल, मुकेश चौधरी,दिशांत, राकेश महाजन, जसविंदर सिंह,बावा जोशी, सुरेंद्र सिंह, संजीव शर्मा, शेखर सेठ, मधुकर कत्याल,मानव शर्मा, अभिलक्षय चुघ, अशोक शर्मा, सुरेंद्र, सौरभ मल्होत्रा, राजेश मैहता, दीलीप कुमार, मोहित बहल, नीटू,साहिल, मनोज चढ्ढा, विनोद खन्ना, सुमित,दिशांत, संजीव, गितेश, यज्ञदत्त, अश्वनी शर्मा, बावा खन्ना, राजीव, राकेश, ठाकुर बलदेव सिंह, विनोद खन्ना, लक्की, सुनील जग्गी, प्रिंस, दिनेश चौधरी, रवि कुमार,पंकज, मानव शर्मा, दीपक सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।