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मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में करवाया श्रृंखलाबद्ध सप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ

न बुरा देखें न बुरा सुनें और न बुरा बोलें : नवजीत भारद्वाज

 

जेठा वीरवार के उपलक्ष्य पर विशेष पूजा अर्चना मंत्रोच्चारण

 

जालंधर, 20 जनवरी (कबीर सौंधी) : मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मां पिंड चौंक होशियारपुर रोड़ पर स्थित धाम के संस्थापक एवं संचालक नवजीत भारद्वाज की अध्यक्षता में साप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ करवाया गया। सबसे पहले पं. पिंटू शर्मा एवं अविनाश गौतम ने नवग्रह, पंचोपचार, षोढषोपचार, गौरी, गणेश, कुंभ पूजन, मां बगलामुखी जी के निमति मंत्र माला जाप कर आज के मुख्य यजमान ओमकार से सपरिवार पूजा अर्चना उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाईं।

इस यज्ञ में उपस्थित मां भक्तो को आहुतिया डलवाने के बाद नवजीत भारद्वाज ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्राय: हम चिंतन करते रहते हैं, लेकिन हममें से अनेक व्यक्तियों को सम्यक रूप से चिंतन करना नहीं आता वस्तुत: हमें चिंतन करना सीखना चाहिए। ध्यान रखें चिंतन शुभ का हो, अशुभ का नहीं। निरंतर शुभ के चिंतन से मन, बुद्धि और हृदय पवित्र होता है। चिंता दूर होती जाती है। चित्त की चंचलता विनिष्ट होती है। हमें हर दिन चिंतन करने की आदत डालनी चाहिए। अच्छी बातों को सुनने-समझने-गुनने से मानसिक-शारीरिक-आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है। मन-मस्तिष्क मजबूत बनता है। सात्विक विचारों के चिंतन से अनेक लाभ प्राप्त होते हैं।

हवन यज्ञ में आहुतियाँ डालते हुए धाम के संस्थापक व संचालक नवजीत भारद्वाज व अन्य

इसी से सात्विक बुद्धि बढ़ती है। हम प्रत्येक क्षण चिंतन में लीन रहते हैं। हमारे भीतर सोचने की प्रक्रि या दिन-रात चलती रहती है। कभी स्थिर नहीं रहती। संगति और वातावरण का प्रभाव भी चिंतन पर पडता है। विचारों में बदलाव चिंतन से ही संभव होता है। मन में चिंता की अग्नि नहीं धधकती। जीवन सुखमय व शांतिमय बन जाता है। नवजीत भारद्वाज ने कहा कि चिंतन को सफल बनाने के लिए ध्यान करें। यह ध्यान सदैव एकनिष्ठ भाव से एकांत में करें। चिंतन करें कि हमारे मन में जो दोष व दुर्गुण हैं, वे धीरे-धीरे समाप्त हो रहे हैं। चिंतन से उत्साह और आत्मविश्वास बढ़ता है।

न बुरा देखें न बुरा सुनें और न बुरा बोलें। ऐसा करना सभी के लिए हितकारी होता है। कभी किसी से कटु या अप्रिय वचन न बोलें। सदैव हंसते-मुस्कराते रहें। अपने-पराए का भेदभाव कम करें। कर्म करते चलें और फल की इच्छा न रखें। मंदिर परिसर में कोविड 19 की डायरैकशन अनुसार सोशल डिस्टेंस एवं सैनेटाइज़ेशन, मास्क इत्यादि का विशेष ध्यान रखा गया।

इस अवसर पर गुरबाज सिंह, बलजिंदर सिंह, एडवोकेट राज कुमार, राकेश, दिशांत, राकेश महाजन, मुकेश चौधरी,जसविंदर सिंह, सुरेंद्र सिंह, राजेन्द्र कत्याल, संजीव शर्मा, शेखर सेठ, मधुकर कत्याल,मानव शर्मा, अभिलक्षय चुघ, अशोक शर्मा, सुरेंद्र, सौरभ मल्होत्ना, राजेश मैहता, दीलीप कुमार, नीटू,साहिल, मनोज चढ्ढा, दिशांत, संजीव, गितेश, यज्ञदत्त, अश्वनी शर्मा, बावा खन्ना, राजीव, राकेश, ठाकुर बलदेव सिंह, विनोद खन्ना, लक्की, सुनील जग्गी, प्रिंस, दिनेश चौधरी, रवि कुमार,पंकज, मानव शर्मा, दीपक सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।

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