आत्मा से परमात्मा का मिलन करवाने के लिए मिला है शरीर : नवजीत भारद्वाज
काल भैरव जंयति के अवसर पर भक्तो ने हवन यज्ञ में आहुतिया डालकर मांगी सभी के सुख शांति की कामना
जालंधर, 27 नवंबर (कबीर सौंधी) : मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मां पिंड चौक में श्री शनिदेव महाराज के निमित्त श्रृंखलाबद्ध हवन यज्ञ का आयोजन मंदिर परिसर में किया गया। मां बगलामुखी धाम के संचालक एवं संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने बताया कि पिछले 11 वर्षों से श्री शनिदेव महाराज के निमित्त हवन यज्ञ जो कि नाथां बगीची जेल रोड़ में हो रहा था इस महामारी के कारण वश अल्पविराम आ गया था अब यह हवन पिछले लगभग 11 महीने से मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में आयोजित किया जा रहा है।
सर्व प्रथम मुख्य यजमान सिमरन जीत सिंह ‘बंटी'( डिप्टी मेयर ) एवं विक्की कालिया ( पार्षद ) से वैदिक रीति अनुसार गौरी गणेश, नवग्रह, पंचोपचार, षोडशोपचार, कलश, पूजन उपरांत पंडित अविनाश गौतम एवं पंडित पिंटू शर्मा ने आए हुए सभी भक्तों से हवन-यज्ञ में आहुतियां डलवाई । इस सप्ताह भैरव जयंती के अवसर पर श्री शनिदेव महाराज के जाप उपरांत मां बगलामुखी जी के निमित्त भी माला मंत्र जाप एवं हवन यज्ञ में विशेष रूप आहुतियां डाली गई।
हवन-यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत नवजीत भारद्वाज ने आए हुए भक्तों से अपनी बात कहते हुए कहा कि जो सुख चाहता है वह हर जीव आस्तिक है। आश्चर्य इस बात का होता है कि लोग खुद को शरीर मानते हैं और शरीर से जुड़े सांसारिक सुख, सुविधाएं चाहते हैं। जबकि शरीर नश्वर है और आत्मा अमर। वास्तव में हम सभी केवल शरीर नहीं बल्कि आत्मा हैं और आत्मा से परमात्मा का मिलन करवाने के लिए ही यह शरीर हमें मिला है।
इसलिए हमें प्रभु भक्ति का मार्ग अपनाना होगा। नवजीत भारद्वाज ने भैरव जयंती के अवसर पर भी कहा कि भगवान काल भैरव को दंडापणि कहा जाता है। काल भैरव दयालु, कल्याण करने वाले और अतिशीघ्र प्रसन्न होने वाले देव कहे जाते हैं। इस दिन भगवान काल भैरव की पूजा करने से जीवन की बाधाओं और परेशानियों से छुटकारा मिलता है। साथ ही सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। भगवान कालभैरव की पूजा करने से भक्त अपने सभी ‘शनि’ और ‘राहु’ दोषों को समाप्त कर सकते हैं। भगवान काल भैरव का वाहन श्वान माना गया है।
इस दिन भगवान भैरव की पूजा करने के साथ ही काले श्वान को भोजन अवश्य करवाएं। इस अवसर पर श्रीकंठ जज, हंसराज राणा,गुलशन शर्मा, मुनीश शर्मा, गौरव कोहली, राजेंद्र कत्याल, बलिजंदर सिंह, अमरजीत सिंह, मधुकर, अिश्वनी शर्मा धूप वाले, मुनीश शर्मा, बलदेव शर्मा, अमरेंद्र शर्मा, मानव शर्मा, बावा खन्ना, विक्रांत शर्मा, रोहित मल्होत्रा, पं. रमाकांत शर्मा, विवेक शर्मा,हितेश, रोहित बहल, शाम लाल, गुरबाज, मुकेश चौधरी, अभिलक्षय चुघ, सुनील, राजीव, मोहित बहल, राजन शर्मा, प्रिंस, राकेश, प्रवीण, दीपक, अनीश शर्मा, अशोक शर्मा,संजीव राणा, सुनील जग्गी सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। सोशल डिस्टेंस एवं सैनेटाइज़ेशन का विशेष ध्यान रखा गया। आरती उपरांत प्रसाद रूपी विशाल लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।