जालंधर, 30 अक्तूबर (कबीर सौंधी) : मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मां पिंड चौक में श्री शनिदेव महाराज के निमित्त श्रृंखलाबद्ध हवन यज्ञ का आयोजन मंदिर परिसर में किया गया। मां बगलामुखी धाम के संचालक एवं संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने बताया कि पिछले 11 वर्षों से श्री शनिदेव महाराज के निमित्त हवन यज्ञ जो कि नाथां बगीची जेल रोड़ में हो रहा था इस महामारी के कारण वश अल्पविराम आ गया था अब यह हवन पिछले लगभग 10 महीने से मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में आयोजित किया जा रहा है।
सर्व प्रथम मुख्य यजमान से वैदिक रीति अनुसार गौरी गणेश, नवग्रह, पंचोपचार, षोडशोपचार, कलश, पूजन उपरांत पंडित अविनाश गौतम एवं पंडित पिंटू शर्मा ने आए हुए सभी भक्तों से हवन-यज्ञ में आहुतियां डलवाई । इस सप्ताह श्री शनिदेव महाराज के जाप उपरांत मां बगलामुखी जी के निमित्त भी माला मंत्र जाप एवं हवन यज्ञ में विशेष रूप आहुतियां डाली गई। हवन-यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत नवजीत भारद्वाज ने आए हुए भक्तों से अपनी बात कहते हुए कहा कि मनुष्य का हृदय कोमल, स्वभाव शीतल और मन सरल हो जाए तो जीवन सफल होगा। एकांत, अंधकार और यौवन तीनों तत्व एकत्र होते हैं, उस वक्त निमित्त भी साथ हो, ऐसे क्षणों में वीर योद्धा की तरह हल्के विचारों का पोस्टमार्टम करके जीवन की ओर आगे बढें। सदाचार के बिना आत्म कल्याण का मार्ग नहीं मिलता है।
उन्होंने कहा कि रावण ने अहंकार किया तो उसका सब कुछ नष्ट हो गया था। हमें भी किसी वस्तु पर किसी तरह का विवाद नहीं करना चाहिए। जो व्यक्ति दान, शील तथा विनय आदि से मुक्त हो, वह लोकिप्रय होता है। धर्म-आराधना, मंदिर, संघ, परिवार की प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सहायता करेंगे तो प्रसन्नता और लोकप्रियता स्वत: मिलेगी। जिसकी नजर में दूसरों के दुख आए, वह स्वयं सुखी बनता है। दूसरों के दोष देखने का अधिकार केवल गुरु को होता है।
इस अवसर पर श्रीकंठ जज, गुलशन शर्मा, मुनीश शर्मा, गौरव कोहली, राजेंद्र कत्याल, बलजिंदर सिंह, अमरजीत सिंह, मधुकर, अश्विनी शर्मा धूप वाले, मुनीश शर्मा, बलदेव शर्मा, अमरेंद्र शर्मा, मानव शर्मा, बावा खन्ना, विक्रांत शर्मा, रोहित मल्होत्रा, पं. रमाकांत शर्मा, विवेक शर्मा,हितेश, रोहित बहल, शाम लाल, गुरबाज, एडवोकेट राज कुमार, मुकेश चौधरी, अभिलक्षय चुघ, सुनील,राजीव, मोहित बहल ,राजन शर्मा, प्रिंस, राकेश, प्रवीण, दीपक ,अनीश शर्मा, अशोक शर्मा,संजीव राणा, सुनील जग्गी सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। सोशल डिस्टेंस एवं सैनेटाइज़ेशन का विशेष ध्यान रखा गया। आरती उपरांत प्रसाद रूपी विशाल लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया