अगर परमात्मा के दर्शन नही होते तो समझो कि गुरु अधूरा है : नवजीत भारद्वाज
मां बगलामुखी जी के जैकारों से गुंजी गुलमोहर सिटी
जालंधर, 27 अगस्त (कबीर सौंधी) : जालंधर में मां बगलामुखी जी के सिद्ध स्थान मां बगलामुखी धाम नजदीक लम्मां पिंड चौंक होशियारपुर रोड़ पर स्थित गुलमोहर सिटी में आज सम्पूर्ण फलदाई आलौकिक मासिक हवन यज्ञ का आयोजन सम्पन्न हुआ। धाम के संस्थापक एवं संचालक नवजीत भारद्वाज की अध्यक्षता में हुए इस हवन-यज्ञ में ब्राह्मणों द्वारा आए हुए सभी मां भक्तों से नवग्रह, पंचोपचार, षोढषोपचार, गौरी, गणेश, कुंभ पूजन, मां बगलामुखी जी के निमित्त माला जाप कर पूजा अर्चना उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाईं।
इस यज्ञ में उपस्थित मां भक्तो को आहुतियां डलवाने के बाद नवजीत भारद्वाज ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि गुरु का संदेश किसी एक वर्ण, कौम, मजहब के लिए न होकर समस्त संसार के प्राणियों के लिए होता है। उन्होंने कहा कि अगर इंसान में गुरु के बताए मार्ग पर कर्म रूप से चलना शुरू कर दे तो वही इंसान सुखी होता है। नवजीत भारद्वाज ने कहा कि अक्सर इंसान परमात्मा को पहाड़ों, मंदिरों, धार्मिक स्थानों, जंगलों में ढूंढता फिर रहा है, यही नहीं कई सज्जन अपने शरीर को कष्ट देते हैं कि प्रभु रीझ जाएं, परंतु प्रभु इन किसी भी बातों से नहीं रिझता ।
जब इंसान अपनी चतुराई, अहंकार, ईष्र्या, नफरत को त्याग कर सतगुरु की शरण में जाकर मांग करता है, तो प्रभु क्षण में उसे प्रभु का दीदार करवा देता है। उन्होंने कहा कि धार्मिक ग्रंथों में भी लिखा है जो शरण आवे, तीसै कंठ लावे ए विरध स्वामी संधा। भाव कि यह है कि जो भी संत सतगुरु की शरण में चला जाता है वह उसे पल छिन में परमात्मा के दर्शन करवा देता है। अंत में उन्होंने कहा कि अगर कोई इंसान जो ऐसे परमात्मा के दर्शन करवाए जो न जन्मे, न मरे, जो युगों-युगों से हो, जिसको कोई बनाने वाला नही है, जो कण-कण में व्यापक है। इसके ज्ञान को धार्मिक ग्रंथों से मिलाकर भी देखो अगर पूरा निकले तो समझ लेना कि वहीं सतगुरु पूरा है।
अगर ऐसे परमात्मा के दर्शन नही होते तो समझो कि गुरु अधूरा है, फिर अन्य गुरू की भाल करों।
इस अवसर पर श्री कंठ जज, श्वेता भारद्वाज, मनमोहन भट्टी, वैशाली ,अमरजीत सिंह,मुनीश शर्मा,अमरेंद्र कुमार शर्मा, मनीश कुमार, अमित कुमार,सरोज कुमार,राकेश प्रभाकर,पूनम प्रभाकर,सौरभ अरोडा, भानू मल्होत्रा,अभिलक्षय चुघ,संजीव शर्मा, दिशांत शर्मा,अिश्वनी शर्मा,
करन भार्गव,मनजीत सिंह , डॉ गुप्ता,बावा खन्ना, केविन शर्मा, पप्पू चौधरी,अशोक शर्मा, प्रिंस, विक्रम शर्मा,राकेश, ठाकुर बलदेव सिंह,दीपक, उदय,सौरभ मल्होत्रा,मानव शर्मा,अजीत कुमार, रिंकू सैनी,राहुल धीर, गौरी शर्मा,रोहित सिद्धू,नवदीप, प्रदीप शर्मा,सुनील जग्गी सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी विशाल लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया