जालंधर, 28 मई (कबीर सौंधी) : मां बगलामुखी धाम नजदीक लम्मां पिंड चौंक होशियारपुर रोड़ पर स्थित गुलमोहर सिटी में धाम के संस्थापक एवं संचालक नवजीत भारद्वाज की अध्यक्षता में मासिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ करवाया गया। सबसे पहले ब्राह्मणों ने नवग्रह, पंचोपचार, षोढषोपचार, गौरी, गणेश, कुंभ पूजन, मां बगलामुखी जी के निमति माला जाप कर मुख्य यजमानो से पूजा अर्चना उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाईं ।
इस यज्ञ में उपस्थित मां भक्तो को आहुतियां डलवाने के बाद नवजीत भारद्वाज ने कहा कि मोक्ष तक पहुंचने का मार्ग धर्म से होते हुए गुजरता है। धर्म में कही गई यह बात शब्दश: सत्य है और लगभग हर धर्म को किसी न किसी रूप में ईश्वर तक पहुंचने का मार्ग बताता है। यदि यह निर्णय जीवन के उस पड़ाव पर लिया जाए तब व्यक्ति वाकई उचित-अनुचित में से उचित का चुनाव करने के काबिल बन जाए। नवजीत भारद्वाज ने कहा कि परमात्मा को भिन्न-भिन्न नामों से पुकारे जाने के बावजूद परमात्मा एक ही है।
ईश्वर निराकार है, सभी जगह समान रूप से विद्यमान है, स्थिर है, एक रस है। उन्होंने कहा कि जब व्यक्ति ईश्वर के निराकार रूप को जान लेता है, तभी वह ईश्वर को एक मान पाता है और जब एक मान लेते हैं तो स्वत: ही एक हो जाने वाला भाव जीवन में घटित हो जाता है। परमात्मा के निराकार रूप की पहचान कर लेना पहली सीढी मात्र ही है। यहां से भक्ति की यात्रा का आरंभ होता है। ईश्वर संपूर्ण प्रकृति में इस प्रकार समाया हुआ है जैसे कि पत्थर में अग्नि यह दिखाई नहीं देती है। लेकिन, सद्गुरू द्वारा जब व्यक्ति को ईश्वर की अनुभूति हो जाती है तो वह हर इंसान में परमात्मा के दर्शन करने लगता है।
सभी के प्रति हृदय में प्रेम जागृत हो जाता है और जीवन में समभाव का समावेश आ जाता है। इस अवसर पर श्री कंठ जज, श्वेता भारद्वाज, जोगिंदर सिंह, रोहित शर्मा (बठिंडा), आचार्य डॉ लोकेश शर्मा(लुधियाना), मंदीप,राकेश प्रभाकर,एडवोकेट राज कुमार, गोपाल मालपानी, अमित कुमार,विवेक शर्मा, रमाकांत शर्मा, बावा जोशी, अमरेंद्र कुमार शर्मा, मुकेश चौधरी, अभिलक्षय चुघ,अशोक शर्मा,गुलशन शर्मा, संजीव, राजेश महाजन, दिशांत शर्मा, यज्ञदत्त, अश्वनी शर्मा, मानव शर्मा, बावा खन्ना, डॉ शर्मा, डॉ गुप्ता,मनबीर,विनोद खन्ना,राजीव, राकेश, ठाकुर बलदेव सिंह, लक्की, सुनील जग्गी, मनप्रीत,प्रिंस, दिनेश चौधरी, प्रिंस, सुनील जग्गी ,दीपक,सौरभ मल्होत्रा, प्रदीप, सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।