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मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में हुआ श्री शनिदेव महाराज के निमित्त श्रृंखलाबद्ध विशाल हवन यज्ञ

वेशभूषा से नहीं अच्छे कर्म से होती है व्यक्ति की पहचान : नवजीत भारद्वाज

मां बगलामुखी जी के निमित्त सम्पूर्ण फलदाई आलौकिक मासिक हवन यज्ञ का आयोजन 25/12/2022 दिन रविवार को

जालंधर 17 दिसंबर (कबीर सौंधी) : मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मां पिंड चौक में श्री शनिदेव महाराज के निमित्त श्रृंखलाबद्ध हवन यज्ञ का आयोजन मंदिर परिसर में किया गया। मां बगलामुखी धाम के संचालक एवं संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने बताया कि पिछले 11 वर्षों से श्री शनिदेव महाराज के निमित्त हवन यज्ञ जो कि नाथां बगीची जेल रोड़ में हो रहा था इस महामारी के कारण वश अल्पविराम आ गया था अब यह हवन पिछले लगभग 20 महीने से मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में आयोजित किया जा रहा है। सर्व प्रथम मुख्य यजमान संजीव सोंधी से सपरिवार वैदिक रीति अनुसार गौरी गणेश, नवग्रह, पंचोपचार, षोडशोपचार, कलश, पूजन उपरांत ब्राह्मणों ने आए हुए सभी भक्तों से हवन-यज्ञ में आहुतियां डलवाई ।

इस सप्ताह श्री शनिदेव महाराज के जाप उपरांत मां बगलामुखी जी के निमित्त भी माला मंत्र जाप एवं हवन यज्ञ में विशेष रूप आहुतियां डाली गई। हवन-यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत नवजीत भारद्वाज ने आए हुए भक्तों से अपनी बात कहते हुए कहा कि वेशभूषा से नहीं अच्छे कर्म से होती है । धार्मिक व्यक्ति की पहचान वेशभूषा से नही होती है अपितु उनकी पहचान तो अच्छे आचरण,अच्छे व्यवहार, अच्छे कर्मों से होती है चाहे वह व्यक्ति धोती कुर्ता, पैजामा कुर्ता में हो या फिर गेरुआ वस्त्न में रहता हो, वेशभूषा कोई महत्व नहीं रखता। कभी-कभी तो लाल गेरु आ वस्त्र में पॉकेटमार मिल सकते है। किसी सज्जन व्यक्ति की भेषभूषा प्रधान नही होता, उनका उद्देश्य प्रधान होता है उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति के पास धन-संपात्त पद प्रतिष्ठा मान सम्मान हो जाए तो वैसे परिस्थिति में उस व्यक्ति को सरल व सहज हो जाना चाहिए। देखने से यह पता नहीं चलना चाहिए कि वो व्यक्ति इतना बड़ा है। वैसे व्यक्ति की वाणी समाज व राष्ट्र के हित और मंगलकार्य में होना चाहिए। नवजीत भारद्वाज ने कहा कि मानव जीवन की समस्या के समाधान का मार्ग भी हवन यज्ञ ही है। उन्होने कहा कि मां बगलामुखी हवन यज्ञ करने के बाद व्यक्ति को गलत कार्यों से अपने को अलग कर लेना चाहिए।

इस अवसर पर मधुकर कत्याल,राकेश प्रभाकर, प्रिंस कौंडल, गौरव कोहली, एडवोकेट राज कुमार,सौरभ अरोड़ा, सोनू छाबड़ा, बावा खन्ना, राजेंद्र कत्याल, रोहित बहल, मानव शर्मा,मोहित बहल, अशोक शर्मा, विक्रम भसीन, गोपाल मालपानी, राघव चढ्ढा, समीर कपूर, अश्वनी शर्मा, संजीव शर्मा, राजेश अग्रवाल, मुकेश चौधरी, मुनीश शर्मा, यज्ञदत्त, मधुकर कत्याल, यजुर वासन, रोहित भाटिया, राकी, ओंकार सिंह,राकी,करन वर्मा, मुकेश चौधरी, राजेश महाजन, राजीव, दिशांत शर्मा, अशोक शर्मा, राकेश, ठाकुर बलदेव सिंह, साबी, लक्की, सुनील जग्गी, प्रिंस, सुनील वर्मा,पंकज, अशोक शर्मा, प्रवीण सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।

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