जालंधर 10 नवंबर (कबीर सौंधी) : मां बगलामुखी धाम नजदीक लम्मां पिंड चौंक होशियारपुर रोड़ पर स्थित गुलमोहर सिटी में धाम के संस्थापक एवं संचालक नवजीत भारद्वाज की अध्यक्षता में साप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ करवाया गया। सबसे पहले ब्राह्मणों ने नवग्रह, पंचोपचार, षोढषोपचार, गौरी, गणेश, कुंभ पूजन, मां बगलामुखी जी के निमित्त माला जाप कर मुख्य यजमान विक्रम भसीन से सपरिवार पूजा अर्चना उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाईं । इस यज्ञ में उपस्थित मां भक्तो को आहुतियां डलवाने के बाद नवजीत भारद्वाज ने उपस्थित मां भक्तो को कहा कि अहंकार मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है। हवन यज्ञ में आकर व्यक्ति अपने अभिमान को खत्म कर व्यवहार में विनम्रता ला सकता है क्योंकि अहंकार मनुष्य के सोचने-समझने की क्षमता को हर लेता है।
उसकी बुद्धि भ्रष्ट कर देता है। अहंकार से ग्रस्त व्यक्ति अपने सामने किसी को कुछ नहीं समझता और खुद को सर्वश्रेष्ठ सर्वेसर्वा समझता है। नवजीत भारद्वाज ने कहा कि मनुष्य को अहम् भाव को त्याग कर सद्भाव और समभाव से जीवन जीने का प्रयास करना चाहिए। जीवन में दु:ख का पर्याय भी अहंकार ही है। इसी घमंड के चक्र व्यूह में व्यक्ति स्वयं को श्रेष्ठ तथा हर क्षेत्र में ज्ञान व शक्ति से सम्पन्न मानने लगता है। वह इस नशे में इस हद तक डूबा रहता है कि दूसरे के ज्ञान अनुभव सलाह को तुच्छ समझने लगता है। संसार में अनगिनत जीव-जंतु हैं, उनमें सबसे कमजोर जीव में भी कोई न कोई एक जबरदस्त खूबी होती है, वो है अनुकरण। जिसके सहारे वह अपनी क्षमताओं में वृद्धि करता जाता है, परंतु घमंड के चक्र व्यूह से ग्रसित इंसान कभी किसी के अनुसरण को स्वीकार नहीं कर पाता।
इस अवसर पर रोहित भाटिया, गौरव कोहली, राजेंद्र कत्याल,राकेश प्रभाकर, बलवंत बाला, रोहित बहल, एडवोकेट राज कुमार,मोहित बहल, अशोक शर्मा, विक्रांत शर्मा, गोपाल मालपानी, राघव चढ्ढा, समीर कपूर, अश्विनी शर्मा, संजीव शर्मा, मुकेश चौधरी, संजीव सांवरिया, मुनीश शर्मा, यज्ञदत्त, राकी, पंकज,करन वर्मा, राजेश महाजन, संजीव शर्मा, मानव शर्मा, राजीव, दिशांत शर्मा,अशोक शर्मा, राकेश, ठाकुर बलदेव सिंह, साबी, लक्की, सुनील जग्गी,प्रिंस,पंकज, प्रवीण सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।