
जालंधर 27 अक्टूबर (कबीर सौंधी) : मां बगलामुखी धाम नजदीक लम्मां पिंड चौंक होशियारपुर रोड़ पर स्थित गुलमोहर सिटी में धाम के संस्थापक एवं संचालक नवजीत भारद्वाज की अध्यक्षता में साप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ करवाया गया। सबसे पहले ब्राह्मणों ने नवग्रह, पंचोपचार, षोढषोपचार, गौरी, गणेश, कुंभ पूजन, मां बगलामुखी जी के निमित्त माला जाप कर मुख्य यजमान दिप्ती कौशल एवं मोनिका बैंस से सपरिवार पूजा अर्चना उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाईं । इस यज्ञ में उपस्थित मां भक्तो को आहुतियां डलवाने के बाद नवजीत भारद्वाज ने उपस्थित मां भक्तो को कहा कि हमारी आत्मा को अनंत जन्मों से चार रोगों ने घेर रखा है। क्रोध, मान, माया व लोभ यह चारों आत्मा के घोर शत्रु हैं। यदि इनमें से एक भी उभर जाए तो बाकी तीनों अपने आप ही आ जाते हैं। जैसे क्रोध क्यों आता है उसका कारण है अभिमान। जब-जब अभिमान को ठेस पहुंचती है तो क्रोध अपने आप ही जागृत होता है। अभिमानी व्यक्ति के लक्ष्ण बताते हुए नवजीत भारद्वाज ने कहा कि अभिमान के कारण व्यक्ति कभी ज्ञान का सम्मान नहीं करता है। ज्ञान को पाने के बाद भी जो सहज रहता है वही ज्ञानी, ज्ञान का सम्मान करता है।
अगर व्यक्ति मन, वचन, कार्य की शिक्तयों का सदुपयोग करे तो अपना जीवन सार्थक बना सकता है। उंन्होंने कहा कि भक्ति से हमारे मन, वचन और काया के रसायनों में परिवर्तन होता है।
इससे मानिसक, शारीरिक व्याधीयां भी समाप्त हो जाती हैं। इस अवसर पर विक्र म भसीन, राकेश प्रभाकर,बावा खन्ना, रोहित बहल, एडवोकेट राज कुमार,मोहित बहल,अशोक शर्मा, विक्रांत शर्मा, गोपाल मालपानी, राघव चढ्ढा, समीर कपूर, अिश्वनी शर्मा, संजीव शर्मा, मुकेश चौधरी,संजीव सांविरया, मुनीश शर्मा, यज्ञदत्त, रोहित भाटिया, राकी, पंकज,करन वर्मा, राजेश महाजन, मानव शर्मा, संजीव शर्मा, मानव शर्मा, राजीव, दिशांत शर्मा,अशोक शर्मा, राकेश, ठाकुर बलदेव सिंह, साबी, लक्की, सुनील जग्गी,प्रिंस,पंकज, प्रवीण सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।