जालंधर, 19 अप्रैल (धर्मेंद्र सौंधी) : हंस राज महिला महाविद्यालय, जालंधर की वैदिक अध्ययन सोसाइटी और महात्मा हंस राज संवेदना समिति ने प्राचार्य प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के कुशल मार्गदर्शन में महात्मा हंस राज जी की जयंती को समर्पित एक विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया। श्री। उद्यान आर्य, प्राचार्य, गुरु विरजानन्द गुरुकुल, करतारपुर और श्रीमती अमिता, प्राचार्य एस.डी. स्कूल, होशियारपुर ने इस अवसर पर दिन के वक्ताओं के रूप में शोभा बढ़ाई।
प्राचार्य डॉ. अजय सरीन ने ग्रीन प्लांटर्स भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया। छात्राओं को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. सरीन ने महिला शिक्षा के क्षेत्र में महात्मा हंस राज जी के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एचएमवी महात्मा हंस राज जी की प्रेरणा से महिला शिक्षा को बढ़ावा देने और उन्हें सशक्त बनाने वाली अग्रणी संस्था है। इससे असंख्य छात्राओं को लाभ हुआ है जिन्होंने समाज में अपनी पहचान बनाई है। प्रधान उद्यान आर्य ने महात्मा हंस राज जी को नमन करते हुए कहा कि हमें समय का सदुपयोग करना चाहिए और आत्म-अनुशासन व आत्म-संयम जैसे गुणों को अपनाना चाहिए। महात्मा जी के प्रयासों से ही नारी शिक्षा के आन्दोलन को गति मिली। महात्मा जी सादगी, त्याग, सच्चाई और न्याय की प्रतिमूर्ति हैं। प्रधानाध्यापिका श्रीमती अमिता ने संस्था में आकर गौरवान्वित महसूस किया और महात्मा जी के जीवन से जुड़ी विभिन्न जानकारियां साझा कीं। अंत में डीन वैदिक अध्ययन स्टडीज डॉ. ममता ने धन्यवाद ज्ञापन किया। मंच संचालन डॉ ज्योति गोगिया ने किया। कार्यक्रम का संचालन संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. मीनू तलवार ने किया। इस अवसर पर हिन्दी विभाग की श्रीमती पवन कुमारी एवं डॉ. दीप्ति धीर भी उपस्थित थीं।