चंडीगढ़, 02 मार्च (ब्यूरो) : देरी से आने वाले मुलाजिमों के विरुद्ध सख़्त कार्यवाही करते हुये आवास निर्माण और शहरी विकास विभाग की तरफ से मीटिंग में लेट पहुंचने वाले 12 अधिकारियों/कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करके तीन दिनों के अंदर-अंदर जवाब देने के लिए कहा है। जिन अधिकारियों/कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किये गए हैं, उनमें ज़िला टाऊन प्लानर (डीटीपी) सुमन गुप्ता, डीटीपी रितिका अरोड़ा और डीटीपी हरप्रीत सिंह, सहायक टाऊन प्लानर (एटीपी) गगन चोपड़ा, एटीपी अमरिन्दरजीत सिंह, प्लैनिंग अफ़सर परमजीत सिंह, प्लैनिंग अफ़सर भुपिन्दर कौर, ए. डीओ कुलदीप सिंह, निजी सचिव सतीश कुमार, सीनियर सहायक वंदना शर्मा, क्लर्क कवि प्रकाश अमोली, स्टेनो गुरप्रीत कौर शामिल हैं।
ज़िक्रयोग्य है कि आवास निर्माण और शहरी विकास मंत्री अमन अरोड़ा ने मंगलवार को पंजाब सिवल सचिवालय स्थित अपने दफ़्तर में एनओसीज से सम्बन्धित मुद्दों पर चर्चा और इनके हल के लिए मीटिंग बुलानी थी, जिसमें यह अधिकारी/कर्मचारी समय सिर नहीं पहुँचे थे। इन अधिकारियों की तरफ से ड्यूटी में इस्तेमाल की कोताही का सख़्त नोटिस लेते हुये कैबिनेट मंत्री ने मुख्य प्रशासक पुड्डा को इन अधिकारियों/कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए और तीन दिनों में जवाब देने के लिए कहा है।
निर्धारित समय के अंदर जवाब न देने की सूरत में इन अधिकारियों/कर्मचारियों के खि़लाफ़ कानून मुताबिक बनती कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। अमन अरोड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने कामकाज में लापरवाही के प्रति ज़ीरो सहनशीलता को अपनाया है। उन्होंने सभी सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को दफ़्तरों के कामकाज को और सुचारू ढंग के साथ चलाने के लिए समय पर अपनी ड्यूटी पर उपस्थित होने की अपील की है जिससे पंजाब के लोगों को पारदर्शी ढंग से निर्विघ्न सेवाएं प्रदान की जा सकें।