चंडीगढ़, 24 जून (ब्यूरो) : पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद सीएम भगवंत मान लगातार एक्शन के मोड में दिखाई दे रहे है। पिछली सरकार के रहते हुए मान सरकार ने उन पर घोटाले के आरोप भी लगाए थे। हाल ही में कांग्रेस के साधु सिंह धर्मसोत भी वन घोटाले को लेकर पुलिस कस्टडी में है। वहीं अब मान सरकार पर पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग टारगेट पर आ गए हैं। वड़िंग के ट्रांसपोर्ट मंत्री रहते बसों की बॉडी को लेकर 30.24 करोड़ के घपले के आरोप लगाए जा रहे हैं। पंजाब में सस्ती बॉडी होने के बावजूद वड़िंग के मंत्री रहते राजस्थान के जयपुर स्थित कंपनी से बॉडी लगवाई गई। इसके लिए ज्यादा रुपए खर्च किए गए। वहीं बसों को राजस्थान भेजने पर भी करीब डेढ़ करोड़ का डीजल खर्च हुआ।
3 माह रहे ट्रांसपोर्ट मंत्री राजा वड़िंग
राजा वड़िंग पिछली सीएम चरणजीत चन्नी की अगुआई वाली कांग्रेस सरकार में 3 महीने ट्रांसपोर्ट मंत्री रहे। इस दौरान पंजाब रोडवेज और पीआरटीसी के लिए 840 बसें खरीदी गई। जिनकी बॉडी राजस्थान की कंपनी से लगवाई गई। राजस्थान की कंपनी ने एक बस की बॉडी के बदले 12 लाख रुपए लिए। इस तरह कुल 100.80 करोड़ रुपए खर्च किए गए।
RTI से निकलवाई जानकारी में हुआ खुलासा : सन्नी ढिल्लो
ट्रांसपोर्टर सन्नी ढिल्लो ने कहा कि मैंने आरटीआई में जानकारी निकलवाई। इसमें पता चला कि भदौड़ की हरगोबिंद कोच और गोबिंद कोच ने सरकार को 8.40 लाख और 8.25 लाख रुपए की कोटेशन दी थी। इसके बावजूद मंत्री राजा वड़िंग ने बसों को बॉडी लगवाने के लिए राजस्थान भेजा। इस तरह एक बस की बॉडी लगवाने के लिए 3 से 4 लाख रुपए ज्यादा खर्च किए गए। सन्नी ढिल्लो ने कहा कि 2018 में पंजाब के भदौड़ से ही पीआरटीसी की 100 बसों पर बॉडी लगवाई गई थी। उस वक्त प्रति बस 7.10 लाख रुपए खर्च किए गए। उस वक्त भी पंजाब में कांग्रेस की सरकार थी। राजा वड़िंग की जगह रजिया सुल्ताना ट्रांसपोर्ट मंत्री थी।
जांच के लिए तैयार : वड़िंग
इस मामले में अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि वह किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हैं। मैं हर रडार झेलने को तैयार हूं। यह राजनीतिक बदलाखोरी है क्योंकि सिर्फ पूर्व मंत्रियों को टारगेट किया जा रहा। 99% काम वही होता है, जो अफसर कहते हैं। फिर इस मामले में अफसरों की भी जांच होनी चाहिए।