
पंजाब, 15 मार्च (ब्यूरो) : पंजाब में केंद्र सरकार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 10 नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली है। बताया जा रहा है कि ये नेता पार्टी के लिए सक्रिय रूप से कोई कार्य नहीं कर रहे थे, जिसके चलते यह निर्णय लिया गया। जिन नेताओं की सुरक्षा हटाई गई है, उनमें जालंधर के तेजिंदर बिट्टू भी शामिल हैं।
तेजिंदर बिट्टू पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे, लेकिन चुनावों में असफल होने के बाद उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था। भाजपा में आने के बाद भी तेजिंदर बिट्टू कभी भी पार्टी की किसी मीटिंग में नजर नहीं आए और न ही उन्होंने किसी उम्मीदवार के लिए चुनाव प्रचार किया। इतना ही नहीं, जब से वह पार्टी में शामिल हुए हैं, तब से वह पूरी तरह नॉन-एक्टिव नजर आ रहे हैं। उनकी निष्क्रियता भी सुरक्षा वापस लेने के फैसले का एक बड़ा कारण बनी। उनके अलावा, कमलदीप सैनी, जगदीश बग्गा, हरचरण कौर और सुखविंदर बिंद्रा समेत अन्य नेताओं की सुरक्षा भी हटा दी गई है।
सूत्रों के मुताबिक, ये नेता भाजपा में रहते हुए भी केवल सरकारी सुरक्षा का लाभ उठा रहे थे और समाज में प्रभाव बनाने के लिए सुरक्षाकर्मियों का इस्तेमाल कर रहे थे। पार्टी के प्रति निष्क्रियता को देखते हुए केंद्र सरकार ने इनकी सुरक्षा वापस लेने का फैसला किया।