चंडीगढ़, 03 जुलाई (ब्यूरो) : लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने अकेले चुनाव लड़ने का मन बना लिया है। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा पार्टी पंजाब में बड़ा फेरबदल करने की तैयारी में हैं। बताया जा रहा है कि पंजाब भाजपा की कमान सुनील जाखड़ को मिल सकती है। दरअसल, सुनील जाखड़ के नाम पर चर्चा गृहमंत्री अमित शाह की गुरदासपुर रैली से ही शुरू हो गई थी। लेकिन इसकी भनक भाजपा के सीनियर नेताओं को लगने के बाद विरोध भी शुरू हो गया है। यही कारण है कि हाई कमान अभी भाजपा के सीनियर नेताओं को समझाने में जुट गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को सुनील जाखड़ के नाम की घोषणा करने से पहले भाजपा के अंदर विरोध को शांत करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। भाजपा का इस समय लक्ष्य लोकसभा चुनाव 2024 है। जिस तरह सुनील जाखड़ को गुरदासपुर में मंच पर पेश किया गया, उससे साफ होता है कि उन्हें प्रधान के अलावा सांसद उम्मीदवार के तौर पर भी तैयार किया जा रहा है। बता दें कि भाजपा में एक समय में दो नाम कमल शर्मा व अश्विनी शर्मा टॉप पर थे। लेकिन कमल शर्मा के देहांत के बाद एक गुट पूरी तरह से शांत हो गया।
वहीं, नवजोत सिंह सिद्धू काफी समय पहले ही भाजपा छोड़ कांग्रेस में आ चुके हैं। इसी बीच अकाली दल से अलग होने के बाद अश्विनी शर्मा ग्रुप भी चुनावों में कुछ खास नहीं कर पाया। जिसके चलते हाईकमान का रुख कांग्रेस छोड़ कर आए एक्सपीरिएंस नेताओं की तरफ अधिक हो गया। पंजाब की सियासत की बात करें तो 7 ऐसे बड़े चेहरे हैं, जो भाजपा का दामन थाम चुके हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के अलावा सुनील जाखड़, पूर्व वित्तमंत्री मनप्रीत बादल, पूर्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़, राजकुमार वेरका, सुंदर शाम अरोड़ा, बलबीर सिंह सिद्धू और राणा गुरमीत सोढी शामिल हैं। BJP को उम्मीद है कि ये सभी वे चेहरे हैं, जो उन्हें पंजाब की 13 लोकसभा सीटों के लक्ष्य तक पहुंचा सकते हैं।