भाजपा के इस बड़े नेता ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को दिया भाजपा में आने का न्योता
चंडीगढ़ 19 सितंबर (न्यूज़ 24 पंजाब) : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पिछले कई महीनों से पार्टी में चल रहे घमासान से कैप्टन नाराज थे। यही वजह है कि शनिवार सुबह कैप्टन ने सोनिया गांधी को फोन कर इस्तीफे की बात कही और शाम को राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसी के साथ ही उन्हें भाजपा में शामिल होने का न्योता भी मिला।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसी के साथ ही उन्हें भाजपा में आने का न्योता भी मिल चुका है। पंजाब के पूर्व मंत्री मास्टर मोहन लाल ने यह प्रस्ताव रखा है। शनिवार को पूर्व मंत्री मास्टर मोहन लाल ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफा पर अपनी प्रतिक्रिया दी। पत्रकार वार्ता में मास्टर मोहल लाल ने कैप्टन की तारीफों के पुल बांधे और भाजपा में शामिल होने का न्योता भी दिया। पूर्व मंत्री मोहन लाल ने यहां तक कह दिया कि वह पंजाब में भाजपा का साथ दें और सूबे में भाजपा की सरकार बनाएं और नेतृत्व करते रहें।
मास्टर मोहन ने कहा कि कांग्रेस सिद्धू को इसीलिए पार्टी में लाई थी ताकि कैप्टन की गर्दन पर घुटना रखकर इस्तीफा लिया जा सके। उन्होंने कहा कि मौजूदा मुख्यमंत्री को इस्तीफे के लिए मजबूर करना दुर्भाग्यपूर्ण है। यह लोकतंत्र का अपमान है। मोहल लाल ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस में फिट नहीं बैठते हैं।
जब कैप्टन पहली बार विधायक बने और कृषि मंत्री बने। तब उनका रौब बहुत था। सिद्धू को पार्टी में लाने का एक ही मकसद था कि बाद में कैप्टन से इस्तीफा लिया जा सके। मास्टर मोहन लाल ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह शरीफ, ईमानदार और बड़े नेता हैं। जब कैप्टन बनाम सिद्धू मामला सामने आने पर ही मैंने कह दिया था कि अब कांग्रेस नहीं बचेगी।
कांग्रेस की आपसी फूट ही कांग्रेस को ले डूबेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का दुश्मन कोई विरोधी दल नहीं, इनके अपने नेता हैं। मास्टर मोहन लाल ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान का कैप्टन से इस्तीफा मांगने के पीछे एक ही मकसद है। कांग्रेस चाहती है कि कैप्टन इस्तीफा दें और पंजाब में राष्ट्रपति शासन लागू हो। उसके बाद चुनाव करवाए जाएं।