दिल्ली, 07 मार्च (ब्यूरो) : दिल्ली रवाना होने से पहले हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता की. इस बैठक में जनहित से जुड़े कई अहम फैसले लिए गए हैं. बैठक से पहले लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के घर पर पहुंचे. सरकारी आवास ओक ओवर से मुख्यमंत्री के साथ ही लोक निर्माण मंत्री भी कैबिनेट की बैठक के लिए पहुंचे. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में हुई. हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में विधानसभा चुनाव- 2022 के दौरान कांग्रेस पार्टी की ओर से महिलाओं से किए वायदे को पूरा करते हुए 18 साल से 59 साल की पात्र महिलाओं को इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि के रूप में हर महीने 1 हजार 500 रुपये देने को मंजूरी दी गई. इस निर्णय से प्रदेश की 18 साल से अधिक आयु की सभी पात्र महिलाओं को जीवनभर के लिए 1 हजार 500 रुपये मासिक पेंशन के तहत लाया गया है. दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने इस संदर्भ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी घोषणा की थी।
सुक्खू मंत्रिमंडल ने शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अध्यक्षता में एसएमसी शिक्षकों एवं कम्प्यूटर शिक्षकों के मुद्दों के दृष्टिगत बनाई गई कैबिनेट सब कमेटी की सिफारिशों पर भी विचार-विमर्श किया. बैठक में निर्णय लिया गया कि 2 हजार 401 एसएमसी शिक्षकों को सीमित सीधी भर्ती से अनुबंध आधार पर लाया जाएगा और उन्हें सरकार की नीति के तहत निर्धारित समयावधि में नियमित कर सरकारी सेवाओं में समावेशित किया जाएगा. मंत्रिमंडल ने कम्प्यूटर साइंस के प्रवक्ता के 985 पद भरने को भी स्वीकृति दी है. हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में हिमाचल प्रदेश वन विभाग के इंजीनियरिंग स्टाफ के युक्तिकरण का निर्णय लिया गया. बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि वन विभाग के इंजीनियरिंग स्टाफ के अधिकारी और कर्मचारी भर्ती एवं पदोन्नति नियमानुसार पदोन्नति के लिए पात्र हैं, उन्हें रिक्ति के आधार पर पदोन्नति दी जाए और इसके इसके उनकी सेवाएं दूसरे विभागों में ली जाएं. मंत्रिमंडल ने आईजीएमसी शिमला के रेडियो थेरेपी विभाग में मेडिकल फिजीसिस्ट के एक पद को स्तरोन्नत कर सहायक प्रोफेसर मेडिकल फिजिक्स करने का निर्णय लिया. बैठक में डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा जिला कांगड़ा के कार्डियोलोजी विभाग में सहायक प्रोफेसर का एक पद सृजित कर भरने का निर्णय लिया गया है।