जालंधर, 17 जुलाई (धर्मेंद्र सौंधी) : परमजीत सिंह उम्र 41 साल, इंग्लैंड निवासी पिछले करीब एक साल से कमर दर्द व बाएं पैर मे दर्द से पीडित था। इंग्लैंड में काफी डॉक्टर्स को दिखाने के बाद पता चला कि मरीज की कमर मे रीढ़ की हड्डी के सबसे निचले मनके के स्लिप होने के कारण बाईं तरफ की नाड़ी दब गई जिसके
कारण परमजीत दर्द से बेहाल हो गया था। परमजीत ने बताया लोकल डॉक्टर्स ने आपरेशन की सलाह दी।
ज्यादातर ओपन या माइक्रोस्कोपिक सर्जरी की ही सलाह दी गई। लेकिन ओपन सर्जरी के डर से परमजीत ने आपरेशन नहीं करवाया। तब उन्हें डॉ. पंकज त्रिवेदी सीनयर इंडोस्कोपिक ब्रेन व स्पाईन सर्जन (स्पाईन मास्टर्स) वासल अस्पताल के बारे में पता चला। इंग्लैंड से तुरंत वील चेयर्स पर ही उन्होंने डॉ. त्रिवेदी से मिलना चाहा।
डॉ. त्रिवेदी ने MRI देखने के बाद, इंडोस्कोपिक स्पाईन सर्जरी की सलाह दी। अगले दिन ही 6 मि.मी. के छोटे चीरे से, बिना बेहोश किए इंडोस्कोपिक स्पाईन सर्जरी से मनको का दवाब नाड़ से हटा दिया गया। परमजीत के पैर का दर्द तुरंत गायब हो गया। वील चेयर, और बैसाखी तुरंत छूट गई। परमजीत ने बताया आपरेशन के दौरान वो डॉ. त्रिवेदी से बात करता रहा, कुल आपरेशन का समय 26 मिनट रहा।
और दर्द का नामोनिशान गायब हो गया। डॉ. त्रिवेदी ने बताया इंडोस्कोपिक स्पाईन सर्जरी काफी डिमांड में हैं। मरीज की अगले दिन छुट्टी भी हो जाती है और केवल एक छोटा बैंड ऐंड लगा होता। डॉ. त्रिवेदी ने बताया कि पूरे भारत से तथा एशिया से विदेशी मरीज भी आकर उनसे इस आपरेशन की सुविधा ले रहे हैं।