जालंधर, 19 जुलाई (कबीर सौंधी) : वेस्ट में हुए उप-चुनाव के बाद नगर निगम ने लोगों को बड़ा झटका दे दिया है। दरअसल, अब नगर निगम चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। इसी के तहत अब पेडिंग कामों का निपटारा करने के कैबिनेट मंत्री ने निर्देश दे दिए है। वहीं नगर निगम चुनाव से पहले नगर निगम ने जनता को झटका देते हुए प्रॉपर्टी टैक्स का बोझ बढ़ा दिया है। नए वित्तीय वर्ष में लोगों से 5% बढ़े प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली का काम शुरू कर दिया है।
बताया जा रहा है कि निगम में एडिशनल कमिश्नर अमरजीत सिंह बैंस ने प्रॉपर्टी टैक्स वसूली को लेकर मीटिंग की। इस मीटिंग के बाद उन्होंने प्रॉपर्टी टैक्स वसूली को तेज करने के आदेश दिए है, ताकि निगम की आय बढ़ सके। जिक्रयोग है नगर निगम की हद में 3 लाख से ज्यादा की संपत्ति है। इसमें ढाई मरले, मंदिर-मस्जिद और 5 मरले सिंगल स्टोरी तक टैक्स माफ है। इसलिए निगम हद में 1.67 लाख प्रॉपर्टी टैक्स के दायरे में आती है। इसमें लगभग 30 हजार कॉमर्शियल संपत्ति है।
वैसे कॉमर्शियल संपत्ति मालिक नियमित टैक्स जमा करते हैं, लेकिन रेजिडेंशियल संपत्ति मालिक जमा करने में रुचि नहीं दिखाते हैं। इसलिए अब रेजिडेंशियल संपत्ति मालिक से प्रॉपर्टी टैक्स वसूली शुरू की जाएगी। वैसे भी सरकार ने नए वित्तीय वर्ष 2024-25 का प्रॉपर्टी टैक्स की स्लैब में 5% की बढ़ोतरी की है। बिलों में इस वृद्धि के साथ वसूली शुरू की गई है, जोकि अप्रैल से लागू किया गया है। इस संबंध में सुपरिंटेंडेंट भुपिंदर बडिंग ने कहा कि चंडीगढ़ से 5% प्रॉपर्टी टैक्स बढ़ाया गया है। इसलिए अब नए वित्तीय वर्ष में लोगों से बढ़े प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली की जा रही है
गौर हो कि हाल ही में लोकल बॉडी मंत्री बलकार सिंह ने निगम अधिकारियों के साथ मीटिंग की थी। इसमें उन्होंने प्रॉपर्टी टैक्स वसूली तेज करने का आदेश दिया था। इसके बाद वीरवार को निगम में प्रॉपर्टी टैक्स ब्रांच की एडिशनल कमिश्नर अमरजीत सिंह बैंस ने मीटिंग की। इसमें प्रॉपर्टी टैक्स वसूली तेज करने के निर्देश दिए। हालांकि अब तक सात करोड़ रुपए की वसूली हो चुकी है, लेकिन मार्च तक 55 करोड़ रुपए की वसूली का लक्ष्य है। इसलिए निगम बकाएदारों की संपत्ति सीलिंग की कार्रवाई करेगा।