बठिंडा, 15 अप्रैल (ब्यूरो) : पंजाब के बठिंडा मिल्ट्री स्टेशन पर हुआ हमला आतंकी वारदात थी। इस मामले में अधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा जा रहा लेकिन आज आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस और खालिस्तान टाइगर फोर्स ने बठिंडा मिल्ट्री स्टेशन पर हमले की जिम्मेदारी ली है। आंतकी संगठनो द्वारा जिम्मेदारी लेने के पश्चात एजैंसियां और सतर्कता से जांच कर रही हैं।
बता दें कि पंजाब के बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में फायरिंगकर 4 जवानों की हत्या के मामले में अभी तक हमलावरों को कोई सुराग नहीं लगा है। सेना और पुलिस ने 2 संदिग्ध हमलावर बताए थे, लेकिन अभी तक उन्हें गिरफ्तार करने की कोई औपचारिक जानकारी नहीं दी गई है। इस मामले की जांच के लिए अब दिल्ली से सेना के अधिकारियों की एक टीम बठिंडा कैंट पहुंची है।
वहीं इस मामले में अब आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) की भी एंट्री हुई है। SFJ के मुखी गुरपतवंत पन्नू ने इस फायरिंग की जिम्मेदारी ली है। आतंकी पन्नू ने एक वीडियो जारी कर कहा कि पंजाब को अलग देश खालिस्तान बनाया जाए, वर्ना ऐसे हमले आगे भी होते रहेंगे। उसने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को भी चेतावनी जारी की है।
KTF ने भी ली जिम्मेदारी
आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के बाद अब खालिस्तान टास्क फोर्स (KTF) ने भी बठिंडा आर्मी कैंट पर हुए हमले की जिम्मेदारी ले ली है। केटीएफ के अजीत सिंह ने लेटर-पैड पर खत जारी कर कहा कि भारतीय फौज सिखों के कत्लेआम की जिम्मेदार है। 1984 को गोल्डन टेंपल पर भी भारतीय फौज ने ही हमला किया। इस हमले से उसका बदला लिया गया है।