जालंधर, 29 मार्च (धर्मेंद्र सौंधी) : प्राचार्य प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन, पी.जी. मनोविज्ञान विभाग ने एनसीसी के सहयोग से हंस राज महिला महाविद्यालय के प्रांगण में ‘नेतृत्व ताओ’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कर्नल अजयदीप सिंह डाली दिन के रिसोर्स पर्सन थे। श्रीमती नवरूप, डीन यूथ वेलफेयर, डॉ. अश्मीन कौर, हेड पी.जी. एचएमवी के छात्रों द्वारा प्यार के प्रतीक के रूप में तैयार किए गए प्लांटर, पेंटिंग और उपहार के साथ मनोविज्ञान विभाग और एनसीसी की एसोसिएट अधिकारी लेफ्टिनेंट सोनिया महेंद्रू। कर्नल अजयदीप सिंह डाली ने ‘ताओ’ शब्द के अर्थ को डिकोड करके कार्यशाला की शुरुआत की, जो उन्होंने कहा कि यह एक चीनी संत द्वारा गढ़ा गया शब्द है जिसका अर्थ है ‘जीवन और नेतृत्व के लिए एक दार्शनिक मार्गदर्शक’।
आगे कार्यशाला में उन्होंने नेता शब्द के अर्थ और विभिन्न गुणों को परिभाषित किया जो एक नेता के पास होने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति में दूसरों का नेतृत्व करने की क्षमता होती है यदि वे अपने व्यक्तित्व में कुछ विशेषताओं को स्थापित करते हैं। उन्होंने कहा कि पेशेवर ज्ञान और नैतिक साहस किसी भी नेता की रीढ़ होते हैं। स्पष्ट रूप से संवाद करने की क्षमता, सही समय पर निर्णय लेने की क्षमता, विनम्रता, दूसरों को प्रेरित करने की क्षमता और खुद को प्रेरित रहने की क्षमता संसाधन व्यक्ति द्वारा चर्चा की गई अन्य विशेषताओं में से कुछ थे। उन्होंने गुरु तेग बहादुर, कॉन जैसे विभिन्न नेताओं का उदाहरण भी दिया। एन.एन. खन्ना, कैप्टन विक्रम बत्रा छात्रों को दिखाएंगे कि कैसे एक अच्छा नेता इतिहास रच सकता है। प्राचार्य डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने विभिन्न क्षेत्रों में नेतृत्वकर्ता की भूमिका पर चर्चा करते हुए छात्रों को उनके व्यक्तित्व में एक अच्छे नेता होने के गुण अर्जित करने के लिए प्रोत्साहित किया। सत्र का समापन छात्रों और संसाधन व्यक्ति के बीच एक इंटरैक्टिव सत्र के साथ हुआ। इस अवसर पर मंच संचालन मानवी (बीए सेमेस्टर 6) ने किया। लेफ्टिनेंट सोनिया महेंद्रू ने धन्यवाद ज्ञापन औपचारिक रूप से किया। संकाय सदस्य सुश्री श्रुति, सुश्री वंशिका और सुश्री हरप्रीत कौर भी उपस्थित थीं।