जालंधर, 20 जून (धर्मेंद्र सौंधी) : योग स्वस्थ तरीके से स्वस्थ दिमाग पर लक्षित जीवन का एक तरीका है। यह स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण है। मनुष्य एक शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक प्राणी है, योग तीनों के संतुलित विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है। एक आकांक्षी कायाकल्प और ऊर्जावान महसूस करता है। इस प्रकार योग प्रत्येक आकांक्षी को शरीर और मन को नियंत्रित करने के लिए सशक्त बनाता है। 2014 में, भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र को 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का सुझाव दिया था क्योंकि यह वर्ष का सबसे लंबा दिन, ग्रीष्म संक्रांति है।
इस अवसर पर, पीसीएमएसडी कॉलेज फॉर वुमन की एनएसएस यूनिट ने अपने जीवन में नियमित रूप से योग का अभ्यास करने और स्वस्थ जीवन शैली के लिए परिवार और दोस्तों को योग अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने का संकल्प लिया। पीएपी परिसर में जन योग दिवस प्रदर्शन में स्वयंसेवकों ने भी भाग लिया। कॉलेज परिसर में आयोजित कार्यक्रम में स्वयंसेवकों ने भी भाग लिया और अपना उत्साह दिखाया और अन्य लोगों को भी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। युवा पोर्टल पर स्वयं को युवा के रूप में पंजीकृत कराने के लिए स्वयंसेवकों को भी नामांकित किया गया।इस अवसर पर अध्यक्ष श्री नरेश कुमार बुधियाजी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री विनोद दादाजी, प्रबंधन समिति के अन्य सदस्य एवं प्राचार्य प्रो. (डॉ.) पूजा पाराशर जी ने सराहना की। इस प्रयास के लिए एनएसएस के स्वयंसेवक और एनएसएस विभाग के कार्यक्रम अधिकारी उपस्थित थे ।