जालंधर, 06 अक्तूबर (धर्मेंद्र सौंधी) : पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर वुमेन, जालंधर के अंग्रेजी विभाग ने “ब्रेकिंग द साइलेंस: राइटिंग वीमेन एक्सपीरियंस” शीर्षक पर एक विचारोत्तेजक कार्यशाला का आयोजन किया। इवेंट के रिसोर्स पर्सन गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय के अंग्रेजी अध्ययन केंद्र से डॉ. इश्मीत कौर चौधरी थी। कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) पूजा पराशर और अंग्रेजी विभाग के स्टाफ सदस्यों द्वारा अतिथियों के पुष्प स्वागत से हुई। कार्यशाला ने छात्रों, स्टाफ सदस्यों और साहित्य के प्रति उत्साही लोगों को एक साथ लिया, जो लिखित शब्दों के माध्यम से महिलाओं के अनुभवों की जटिलताओं की खोज करने का जुनून साझा करते हैं।
लिंग अध्ययन और साहित्य के क्षेत्र में एक प्रसिद्ध विद्वान और विशेषज्ञ डॉ. इश्मीत कौर ने एक मनमोहक प्रस्तुति दी, जिसमें साहित्य और कला में महिलाओं की आवाज़ का उनकी विशिष्टता और सामाजिक वर्जनाओं के कारण लंबे समय से कम प्रतिनिधित्व के कारण प्रतिनिधित्व करने के महत्व और निषेध पर प्रकाश डाला गया। अपने ज्ञानवर्धक सत्र के दौरान, डॉ. कौर ने महिलाओं के अनुभवों के आसपास की चुप्पी को तोड़ने के महत्व पर एवम संघर्षों, जीत और मुख्यधारा के प्रवचन से छिपे आख्यानों पर प्रकाश डाला। प्रतिभागी चर्चाओं, संवादात्मक गतिविधियों और इन विषयों को संबोधित करने वाले साहित्यिक कार्यों के आलोचनात्मक विश्लेषण में लगे थे।
कार्यशाला ने साहित्य में लिंग प्रतिनिधित्व और महिलाओं की आवाज़ को सशक्त बनाने और बढ़ाने के लिए कहानी कहने की शक्ति के बारे में उनकी समझ को गहरा करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया। अध्यक्ष श्री नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री विनोद दादा, प्रबंध समिति के अन्य सम्मानित सदस्य और कॉलेज के प्राचार्य प्रो.(डॉ.) पूजा पराशर ने महिलाओं के हितों के लिए छात्रों में आलोचनात्मक अंतर्दृष्टि विकसित करने के लिए कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए अंग्रेजी विभाग को बधाई दी।