जालंधर, 03 नवंबर (धर्मेंद्र सौंधी) : पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर विमेन, जालंधर के आई-सोशल क्लब ने एक भारत श्रेष्ठ भारत’ नामक राष्ट्रीय कार्यक्रम के दिशानिर्देशों के अनुसार, ‘संघर्ष के बीच साहस: बंगाली स्वतंत्रता सेनानियों का स्मरणोत्सव’ विषय पर एक निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया। बंगाल का इतिहास अदम्य साहस, अडिग भावना और अटूट दृढ़ संकल्प की कहानियों से बुना गया है, क्योंकि अनगिनत व्यक्तियों ने दमनकारी औपनिवेशिक शासन के खिलाफ रैली की थी। छात्रों ने इन बंगाली स्वतंत्रता सेनानियों पर अपने विचार व्यक्त किए, जिनकी कहानियाँ निबंध के रूप में भारत के स्वतंत्रता संग्राम में मनाई और याद की जानी चाहिए।
उनके बलिदान और वीरता ने स्वतंत्रता की ज्वाला प्रज्वलित की। जितेन बनर्जी, बाघा जतिन, डॉ अमूल्य उकील, जितेन चौधरी, प्रफुल्ल चाकी कन्हाईलाल और सत्येन बॉस कुछ क्रांतिकारी शख्सियत हैं जिनके बलिदानों को ऐतिहासिक अभिलेखागार में मान्यता नहीं दी गई है। इस प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। बी.ए. सेमेस्टर पांचवां की पल्लवी को प्रथम पुरस्कार मिला । बी.ए.बी. एड. सेमेस्टर पांचवां की नियति ने दूसरा पुरस्कार प्राप्त किया और बी.ए. सेमेस्टर पांचवां की कृष्मा ने तीसरा स्थान हासिल किया। अध्यक्ष श्री नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री विनोद दादा, प्रबंध समिति के अन्य सदस्यों और प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) पूजा पराशर ने राष्ट्रहित में ऐसी गतिविधि आयोजित करने के लिए क्लब के प्रयासों की सराहना की।