जालंधर, 21 अप्रैल (धर्मेंद्र सौंधी) : पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर विमेन, जालंधर में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ नामक राष्ट्रीय कार्यक्रम के अंतर्गत आई-सोशल क्लब ने ‘अरुणाचल प्रदेश के जनजातीय लोककथाओं’ पर एक समूह चर्चा का आयोजन किया। अरुणाचल प्रदेश हरे-भरे चरागाहों, बर्फ से ढके पहाड़ों और जगमगाते नदी के पानी की भूमि है।
यह असंख्य जनजातियों और जातियों का घर है। इस परिचर्चा में छात्रों को आदि, अपाठानी और मिश्मी जनजातियों की तीन लोककथाओं का विवरण दिया गया। ‘मिथुन का जन्म’, ‘श्याम और पंडित’ और ‘द फैबल ऑफ द सन’ जैसी कहानियां संक्षेप में कही गईं। जिसके बाद छात्रों ने कहानियों की अपनी समझ और व्याख्या व्यक्त की। अरुणाचल की अपरिचित जनजातीय संस्कृति की ओर उनका ध्यान आकर्षित करने के लिए यह गतिविधि एक स्वस्थ अभ्यास साबित हुई। छात्रों ने बढ़-चढ़कर भागीदारी दिखाई। अध्यक्ष नरेश कुमार बुधिया जी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद दादा जी, प्रबंधक समिति के अन्य सदस्य एवं प्राचार्य प्रो. (डॉ.) पूजा पराशर ने इस तरह की जागरूकता की गतिविधि संचालित करने के लिए क्लब और नोडल अधिकारी श्रीमती आबरू शर्मा के प्रयासों की सराहना की।