जालंधर, 20 अप्रैल (कबीर सौंधी) : पीसीसीटीयू, पंजाब एसोसिएशन ऑफ़ एडिड कॉलेज तथा मैनेजमेंट फेडरेशन की जॉइंट एक्शन कमेटी की ओर से पंजाब के उच्च शिक्षा विभाग के संवेदनहीन रवैये के प्रति कैंडल मार्च का आयोजन किया गया! यह मार्च देश भगत हॉल से पंजाब प्रेस क्लब तक शाम 6 बजे आयोजित किया गया! प्रिंसिपल एसोसिएशन के प्रेजिडेंट डॉ गुरदेव सिंह रंधावा ने अनएडेड पोस्टों को एडिड पोस्टों में बदलने के मुद्दे पर बात की ताकि कॉलेज वर्तमान वित्तीय संकट से बाहर निकल पाए। यह वित्तीय संकट कॉलजों में लगातार घट रही एडमिशन दर के कारण सामने आये है।
प्रिंसिपल प्रो. डॉ. अजय सरीन ने एक अन्य गंभीर मुद्दे पर चर्चा करते हुए कहा कि सरकार केंद्रीय पोर्टल के ज़रिये एडमिशन करने के लिए कॉलेजों को बाध्य कर रही है! यह सरकार का गलत रवैया है! पीसीसीटीयू के एग्जीक्यूटिव सदस्य डॉ सुखदेव सिंह रंधावा ने कहा की चाहे सरकार ने रिटायरमेंट की उम्र 58 से 60 कर दी है पर अभी तक 58 वर्ष के टीचरों की ग्रांट रिलीज़ नहीं की गई! पीसीसीटीयू के एग्जीक्यूटिव सदस्य डॉ. संजीव धवन ने जिला स्तर के कैंडल मार्च को सफलतापूर्वक आयोजित करने में अहम् भूमिका निभाई! पीसीसीटीयू के वाईस प्रेजिडेंट डॉ. जगदीप ने भी केंद्रीय पोर्टल के माध्यम से एडमिशन करने का विरोध किया! जॉइंट एक्शन कमेटी ने दूसरे राज्यों की तरह पंजाब में भी हायर एजुकेशन रेगुलेटरी अथॉरिटी बनाने पर ज़ोर दिया! जीएनडीयू के वीमेन विंग की कन्वीनर डॉ. आश्मीन कौर ने भी कहा कि यदि यही स्तिथि रही तो प्रदेश में शिक्षा का स्तर बहुत नीचे आ जायेगा! इस कैंडल मार्च में सभी एडिड कॉलेजों के प्रिंसिपल, ऑफिस बेअरर्स तथा पीसीसीटीयू के सदस्यों ने भाग लिया।