पंचकूला, 03 अक्टूबर (सुरेश रहेजा) : आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में पत्रकारों के घरों पर छापामारी और उन्हें अवैध रूप से हिरासत में लिए जाने की कड़ी निंदा की है। पार्टी ने इसे अघोषित इमरजेंसी बताते हुए भाजपा सरकार का तानाशाही रवैया बताया है। पार्टी का कहना है कि भाजपा सरकार के हाथों की कठपुतली बनी एजेसियो द्वारा यह कार्रवाई सिर्फ उन्हीं पत्रकारों पर की गई है, जो सरकार से सवाल पूछते हैं या सरकार की नाकामियों को उजागर करते हैं। यह उनकी आवाज दबाने का एक प्रयास है।
आज यहां जारी एक बयान में पार्टी के हरियाणा के संयुक्त सचिव योगेश्वर शर्मा ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार का जहाज डूबने की कगार पर है, क्योंकि आने वाले पांच राज्य विधानसभा चुनाव के जो सर्वे सामने आ रहे हैं, उनमें भाजपा बुरी तरह से हारती हुई दिखाई दे रही है। स्वयं भाजपा या उनके गोदी चैनल भी सर्वे में पार्टी को हारता हुए दिखा रहे हैं। ऐसे में भाजपा की यह छटपटाहट स्वाभाविक ही है। मगर इसकी खीझ ईमानदारी से काम कर रहे पत्रकारों पर निकलना लोकतंत्र का अपमान है। क्योंकि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ में कुछ गिने-चुने पत्रकार ही अपने दायित्व को पूरी ईमानदारी से निभा रहे हैं।
योगेश्वर शर्मा ने कहा कि कई देशों से पत्रकारिता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार उर्मलेश,भाषा सिंह,अभिसार शर्मा इत्यादि के घर आज सुबह की गई छापेमारी ने यह बता दिया है कि देश में एक तानाशाही सरकार चल रही है। क्योंकि छापामारी करने गई पुलिस के पास मांगने पर वारंट भी नहीं था। उन्होंने कहा कि पत्रकारों के लैपटॉप मोबाइल व मैगजीन तक जपत कर लिए गए। उन्होंने कहा कि आखिर सरकार इन पत्रकारों के घर छापामारी कर किस तरह का दबाव डालना चाहती है। उन्होंने इसे पत्रकारो की बोलने और लिखने की आजादी पर सीधा हमला बताते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी पत्रकारों के साथ पूरी तरह से खडी है और जरूरत पड़ने पर उनकी आवाज सड़क से सांसद और विधानसभा में भी उठाने से पीछे नहीं हटेगी।