चंडीगढ़, 15 अक्तूबर (ब्यूरो) : पंजाब में शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण 23 हजार छात्रों को गलती से छात्रवृत्ति की राशि दोगुनी और कुछ छात्रों को तीन गुना राशि ट्रांसफर कर दी गई।
इसमें छात्रों से करोड़ों रुपये वसूलने के लिए स्कूलों को नोटिस भेजा गया है। अब विद्यार्थियों को 20 अक्टूबर तक एचडीएफसी बैंक में राशि जमा कर रसीद अपने स्कूल में जमा करानी होगी। सरकारी आदेश से गरीब परिवार के छात्रों के होश उड़ गये हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक प्री-मैट्रिक स्कॉलरशिप के तहत एक छात्र को 3500 रुपये की स्कॉलरशिप दी जाती है। इसमें 2100 रुपये केंद्र सरकार और 1400 रुपये पंजाब सरकार देती है। वर्ष 2022-23 के अप्रैल-मई में भेजे गए पैसे में पंजाब के 23000 विद्यार्थियों को 3500 की जगह 1400 रुपए बढ़ाकर 4900 और 694 विद्यार्थियों को 3500 की जगह 2800 रुपए बढ़ाकर 6300 रुपए भेजे गए हैं। इसे वापस लेने के लिए शिक्षा विभाग अब जोर लगा रहा है।
स्कूल शिक्षा विभाग के महानिदेशक की ओर से सभी जिलों के डीईओ, प्रिंसिपल और स्कूल प्रमुखों को विद्यार्थियों से पैसे वसूलने के लिए भेजे गए पत्र में अधिक भुगतान को तकनीकी त्रुटि बताया गया है। जिला लुधियाना की बात करें तो यहां 1600 से ज्यादा स्कॉलरशिप भेजी जा चुकी हैं।
जिले से जुड़े शिक्षकों ने बताया कि कई छात्रों को 1400 रुपये तो कई के खाते में 2800 रुपये अधिक छात्रवृत्ति आयी है। लुधियाना के डिप्टी डीईओ जसविंदर सिंह ने बताया कि विभाग की ओर से पत्र आया है, जिसे छात्र तक पहुंचा दिया गया है। विद्यार्थियों को यह राशि 20 अक्टूबर तक जमा करानी होगी।