जालंधर, 27 जून (कबीर सौंधी) : पंजाब में आज रोडवेज का चक्का जाम रहेगा। पंजाब में पनबस, रोडवेज या पेप्सू की 3 हजार सरकारी बसें आज सड़कों पर नहीं दौड़ेंगी। दरअसल, आज रोडवेज-पनबस कॉन्ट्रैक्ट वर्कर यूनियन की कॉल पर ठेके पर काम कर रहे ड्राइवर-कंडक्टर हड़ताल पर हैं। इसलिए आज पूरे प्रदेश में 3 हजार बसों के पहिए जाम रहेंगे। यूनियन के पदाधिकारियों की पिछले दिनों लगातार मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ-साथ विभाग के एमडी से लेकर अन्य अधिकारियों के साथ मांगों पर विचार विमर्श के लिए बैठकें हुईं, लेकिन किसी भी बैठक में कोई नतीजा निकल कर सामने नहीं आया। इसके बाद कर्मचारी यूनियन ने 27 और 28 जून को चक्का जाम करने का फैसला लिया गया।
कर्मचारियों ने फिलहाल रात 12 बजे के बाद से बसों को बस अड्डों या फिर रोडवेज के डिपो में खड़ा कर दिया। कर्मचारी नेताओं का कहना है कि उन्हें पता है कि उनके इस कदम से लोगों को परेशानी होगी, लेकिन वह भी मजबूर हैं। इसके लिए सीधे पर तौर पर सरकार जिम्मेदार है। यदि सरकार न मानी तो उन्हें हाईवे रोकने जैसे कदम भी उठाने पड़ सकते हैं। कर्मचारी कह रहे हैं कि सरकार ने उन्हें ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों को पक्के करने का आश्वासन दिया था, लेकिन सरकार को एक साल से ऊपर का समय हो गया है, लेकिन अभी तक उन्हें रेगुलर नहीं किया गया। कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें वेतन समय पर नहीं मिल रहा है। एक तरफ सरकार कहती है परिवहन कमाउ पूत है, दूसरी तरफ उन्हें 2-2 महीने बाद सैलरी मिल रही है।
सरकार ने कहा था कि किसी भी विभाग में आउटसोर्स पर भर्ती नहीं होगी, बल्कि सीधी भर्ती होगी, लेकिन सरकार चोर दरवाजे से आउटसोर्स से अब भी पद भर रही है। कर्मचारियों ने पिछले दिनों ट्रांसपोर्ट विभाग के MD के साथ भी मीटिंग की थी, जिसमें बसों की सर्विस, ईंधन और टायरों के मामले को उठाया था, लेकिन यह मीटिंग फेल होने के बाद कर्मचारी भड़क गए थे। पंजाब रोडवेज पनबस और पेप्सू में मौजूदा हालात यह हैं कि इनमें रेगुलर स्टाफ बहुत कम है। काफी स्टाफ रिटायर हो चुका है, लेकिन उनके स्थान पर न तो रेगुलर भर्ती हुई है और न ही ठेके पर काम करने वाले कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया गया है। हालात यह हैं कि अब कच्चा कर्मचारियों की हड़ताल के कारण दिल्ली जाने वाले वॉल्वो बसें ही चलेंगी या फिर थोड़ी बहुत लॉन्ग रूट की बसें पंजाब में दौड़ेंगी।