संगरूर, 25 मई (ब्यूरो) :- विजीलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम के दौरान आज फुटकर शाखा, तहसील कार्यालय, संगरूर में तैनात क्लर्क अंकित गर्ग को 7000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया है। इस मामले में उसके साथी और सह दोषी कृष्ण कुमार जूनियर सहायक के विरुद्ध भी रिश्वत माँगने का केस दर्ज किया गया है। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए विजीलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त कर्मचारियों के विरुद्ध रिश्वतखोरी का यह मामला संगरूर के एक आईलैट्स इंस्टीट्यूट के मालिक हरकीरत सिंह की शिकायत पर दर्ज किया गया है। अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि उक्त शिकायतकर्ता ने विजीलेंस ब्यूरो से सम्पर्क कर दोष लगाया है कि उक्त कार्यालय के क्लर्क अंकित गर्ग और जूनियर सहायक कृष्ण कुमार ने उसके इंस्टीट्यूट के लिए जि़ला प्रशासन से लाइसेंस प्राप्त करने सम्बन्धी रिपोर्ट उसके पक्ष में देने के बदले रिश्वत के तौर पर 20,000 रुपए की माँग की, परन्तु सौदा 12,000 रुपए में तय हुआ।
शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि उक्त मुलजि़म रिश्वत की पहली किश्त के तौर पर 5,000 रुपए पहले ही ले चुके हैं और बाकी रकम की माँग कर रहे हैं। प्रवक्ता ने आगे बताया कि पटियाला रेंज की विजीलेंस टीम ने दोषों की प्राथमिक जाँच के उपरांत जाल बिछाकर दोषी अंकित गर्ग को दो सरकारी गवाहों की हाजिऱी में शिकायतकर्ता से 7,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए मौके पर ही काबू कर लिया। इस सम्बन्धी उपरोक्त दोनों कर्मचारियों के खि़लाफ़ विजीलेंस ब्यूरो के थाना पटियाला में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया है। उन्होंने बताया कि इस मामले की आगे की जाँच जारी है।