पटियाला, 25 दिसंबर (ब्यूरो) : पंजाब में कांग्रेस में बीच एक बार फिर से चुनाव से पहले दरार बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। हाल ही में नवजोत सिद्धू और प्रताप सिंह बाजवा में सोशल मीडिया पर चली बयानबाजी का मामला हाईकमान के पास पहुंचा था। इसके बाद नवजोत सिद्धू के समर्थकों ने बीते दिन सिद्धू को लेकर पोस्टर लगाए थे। जिसको लेकर हाईकमान ने कड़ा एक्शन लिया है। दरअसल, प्रदेश यूथ कांग्रेस के महासचिव ने सिद्धू के समर्थन में पोस्टर लगाने पर उनके एक समर्थक मनसिमरत सिंह शैरी रियाड़ से जवाब तलब किया है।
पंजाब यूथ कांग्रेस के महासचिव दीपक खोसला ने शैरी रियाड़ को कारण बताओ नोटिस जारी कर कहा है कि पार्टी को पिछले दिनों रिपोर्टें मिली हैं कि वह (शैरी रियाड़) सीनियर कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। ऐसे में जहां रियाड़ को पंजाब यूथ कांग्रेस की गतिविधियों से अलग किया जाता है, वहीं इस मामले में स्पष्टीकरण देने के लिए तीन दिन का समय दिया जाता है। नोटिस में कहा गया है कि स्पष्टीकरण न मिलने पर पार्टी को अपने स्तर पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करनी पड़ेगी।
गौरतलब है कि शैरी रियाड़ की नवजोत सिद्धू समर्थक गतिविधियां तब चर्चा में आई थीं जब पटियाला में कई जगह पोस्टर लगे मिले, जिनमें नवजोत सिद्धू के फोटो के साथ लिखा गया कि सारा पंजाब सिद्धू दे नाल। इसके साथ ही इस पोस्टर में सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू और शैरी रियाड़ का फोटो भी प्रकाशित किया गया था। इस पोस्टर में पंजाब कांग्रेस के किसी अन्य नेता का फोटो नहीं था, जबकि अन्य में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका गांधी के फोटो लगे थे। इस घटनाक्रम से पहले नवजोत सिद्धू को लेकर तब भी चर्चा छिड़ गई थी जब उन्होंने कुछ पूर्व विधायकों को साथ लेकर मेहराज (बठिंडा) में रैली की। तब प्रताप सिंह बाजवा ने सिद्धू को अलग से गतिविधियां करने के बजाय पार्टी लीडरशिप के साथ मिलकर चलने की सलाह दी थी।