अमृतसर, 17 मई (साहिल गुप्ता) : नगर निगम के बिल्डिंग ब्रांच में चल रही रिश्वतखोरी का विजीलैंस के पर्दाफाश के बाद बिल्डिंग ब्रांच के अफसर विजीलैंस के रडार पर आ गए हैं। रिश्वतखोरी के केस में विजीलैंस पहले ही एक आर्किटैक्ट को गिरफ्तार कर चुकी है। विजीलैंस ब्यूरो के सूत्रों के मुताबिक आर्किटेक्ट ने अपने बयान में एमटीपी, एटीपी, इंस्पैक्टर और ड्राफ्ट्समैन का नाम भी लिया है।
आपको बता दें कि पिछले दिनों अमृतसर में विजीलैंस ने साहिल बिहारी शर्मा नामक एक आर्किटेक्ट को 10,000 रुपये लेते हुए रंगे हाथों काबू किया गया था। यह एक्शन पिरथीपाल सिंह निवासी मीराकोट चौक, अमृतसर द्वारा दर्ज करवाई गई शिकायत की जांच के आधार पर किया गया था।
रिश्वत में मांगे 20 हजार
शिकायतकर्ता ने बताया था कि साहिल बिहारी शर्मा ने नगर निगम अमृतसर के अधिकारियों से उसकी दुकान की बिक्री के लिए एनओसी जारी करवाने के बदले 20,000 रुपये की मांग की है। इस शिकायत की प्राथमिक जांच के बाद विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछा कर आर्किटैक्ट साहिल को गिरफ्तार किया था।
इसी केस में आरोपी आर्किटैक्ट साहिल बिहारी शर्मा ने पुलिस को बयान दिया है कि एनओसी के लिए बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों को रिश्वत देनी पड़ती है, जिसका जिक्र विजीलैंस ने अपनी एफआईआर में भी की है। जिससे विजीलैंस ने एमटीपी, एटीपी, इंस्पैक्टर समेत ड्राफ्ट्समैन से भी पूछताछ कर सकती है।