क्या रेड का जाल बुनने वाले खाली हाथ रह गए?
निवेशक चंद्र अग्रवाल का “आप” से तो क्या किसी भी सियासी पार्टी से संबंध नहीं
हिमाचल और गुजरात चुनाव में फंडिंग की खबरें भी निकली निराधार, विभाग ने नहीं की पुष्टि
जालंधर, 18 नवंबर (ब्यूरो) : जालंधर में 10 नवंबर को तीन प्रमुख व्यवसायियों पर 4 दिन तक चली आईटी की रैड अभी तक चर्चा का विषय बनी हुई है प्रमुख उद्योगपति शीतल विज , शराब सिंडिकेट और निवेशक चंद्र अग्रवाल के विभिन्न ठिकानों पर हुई रेड में हालांकि आईटी विभाग द्वारा क्या धड पकड़ की गई इसका खुलासा नहीं हुआ है सिवाय शराब सिंडीकेट के ऑफिस से मिली 38 लाख की नगदी के। रेड के बाद इस हाईप्रोफाइल मामले में सूत्रों पर आधारित एक बड़ा दिलचस्प मोड सामने आया है। इस रेड प्रक्रिया से संबंधित छपे विभिन्न समाचारों की सुर्ख़ियों में यह पढ़ने को मिला कि ज्योति चौक(भगवान वाल्मीकि चौंक) क्षेत्र में स्थित ऑफिस के निवेशक चंद्र अग्रवाल आम आदमी पार्टी का नेता है और इसके सीधे संबंध आप संयोजक अरविंद केजरीवाल से हैं । आनन-फानन में आई खबरों में यह भी पाया गया है कि इस रेड का कनेक्शन हिमाचल और गुजरात में हो रहे चुनावों से है, जहां आम आदमी पार्टी को करोड़ों की फंडिंग की जानी है।
इस आईटी रेड की समाप्ति के 2 दिन बाद अब यह खबर सामने आ रही है कि निवेशक चंद्र अग्रवाल का आम आदमी पार्टी से तो क्या किसी भी राजनीतिक दल से कोई नजदीकी संबंध नहीं है। इस बात की अन आधिकारिक तौर पर पुष्टि विभागीय सूत्रों ने भी की है ।सूत्रो का मानना है कि अब तक हुई जांच में विभाग को कुछ ऐसे संकेत मिले हैं जो चंद्र अग्रवाल के संबंध आम आदमी पार्टी से ना होने का इशारा कर रहे हैं । विभागीय सूत्रों के अनुसार रेड के बाद हुई प्रारंभिक जांच में हिमाचल और गुजरात विधानसभा चुनाव में कथित तौर पर आप नेता द्वारा की जाने वाली फंडिंग की खबरें भी आधारहीन पाई गई है । अगर सूत्रों पर आधारित यह जानकारी भविष्य में सही पाई गई तो निराधार समाचार प्रकाशित करने वाले समाचार पत्रों और वेब पोर्टल पर कार्रवाई होना निश्चित है ।सूत्रों के अनुसार विभाग उद्योगपति शीतल विज और शराब सिंडीकेट में रेड के दौरान मिले दस्तावेजों पर भी बड़ी स्पीड से काम कर रहा है।