दिल्ली, 15 मार्च (ब्यूरो) : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने नए नानकशाही वर्ष सम्मत 555 की शुरुआत के मौके पर नानकशाही कैलेंडर जारी किया। गुरुद्वारा बंगला साहिब में आयोजित एक समारोह में कमेटी के अध्यक्ष सरदार हरमीत सिंह कालका और महासचिव सरदार जगदीप सिंह काहलों सहित अन्य गणमान्य लोगों द्वारा इस कैलेंडर को जारी किया गया।
इस मौके पर संगत को संबोधित करते हुए सरदार हरमीत सिंह कालका और सरदार जगदीप सिंह काहलों ने संगत को नए नानकशाही वर्ष की बधाई देते हुए कहा कि यह कैलेंडर हमारी सिख पहचान का प्रतीक है। प्रत्येक वर्ष यह कैलेंडर दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी द्वारा जारी किया जाता है जिसमें गुरुद्वारा साहिबानों में चल रहे कार्यों की तस्वीरें प्रकाशित की जाती हैं। इस वर्ष हमने उन सभी कार्यों जो संगत के दसवंद द्वारा चलाये जाते हैं, उनकी तस्वीरें लगाई हैं। सिखों का अपना इतिहास व सिखों की अपनी अलग पहचान है जो हमारे कैलेंडर से शुरू होती है।
उन्होंने बताया कि श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशानुसार पंथ द्वारा स्वीकृत तिथियों को मनाया जाता है। इस कैलेंडर के माध्यम से हम अपना अस्तित्व व्यक्त करते हैं कि सिखों का अपना अलग अस्तित्व है।
सरदार कालका और सरदार काहलों ने कहा कि कुछ वर्ष पहले जब एक ऐसा दौर शुरू हुआ जिसमें यह कहा गया कि पंजाबियों की ताकत उनकी संयुक्त गुरुमुखी भाषा है, जिसकी बदौलत वे दिल्ली से लेकर कंधार तक राज करते रहे। उस समय सरकारों ने घर-घर जाकर, गांव-गांव घूमकर हमारी प्रारंभिक पुस्तकें, साखियां, किताबें, कायदे इत्यादि सभी को जला दिया तथा हमें कमज़ोर करने की साजिशें चलती रहीं
दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी ने उन सभी चीजों को ठीक करने के लिए उचित कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अब कैलेंडर जारी किया गया है इससे कुछ दिन पूर्व होला मोहल्ला दिवस पर पंजाबी भाषा का कायदा जारी किया गया जिसमें गुरुमुखी लिपि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई।
उपरोक्त नेताओं ने आगे बताया कि इसी प्रकार ऐतिहासिक दिवस मनाने की शुरुआत कमेटी द्वारा की गई है। दिल्ली फतेह दिवस इस बार बड़े स्तर पर मनाया जा रहा है जिसे कोरोना के कारण बीते दो वर्षों से नहीं मनाया जा सका। इस बार अकाली बाबा फूला सिंह जी की 200वीं शहादत शताब्दी और बाबा जस्सा सिंह रामगढ़िया की 300वीं जन्मशताब्दी के नाम पर दिल्ली फतेह दिवस कार्यक्रम तैयार किया गया है जो 8 और 9 अप्रैल को लाल किले पर मनाया जाएगा। ठीक इसी तरह 25 मार्च को गुरुद्वारा शीशगंज साहिब के सामने भाई मति दास चैक का उद्घाटन किया जाएगा। उन्होंने संगत से अपील करते हुए कहा कि बड़ी संख्या में इन कार्यक्रमों का हिस्सा बनें।