संगरूर, 02 अक्तूबर (ब्यूरो) : आम जनता की तकलीफों को जानने के लिए ट्रांसपोर्ट मंत्री अमरिंदर राजा बडिंग ने संगरूर के बस स्टैंड का दौरा करने पहुंचे। इस मौके उन्होने कहा कि आम जनता की तकलीफों को जानने के लिए मुझे बसों में आम लोगों की तरह सफर करना होगा और पहले मैं आम लोगों की ड्राइवरों की सभी की तकलीफ देख रहा हूं और फिर ही उनका हल निकाला जा सकता है। पंजाब के काफी बस स्टैंड में सफाई का विशेष प्रबंध नहीं है और जिन लोगों ने नाजायज कब्जे किये हैं उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
इस दौरान उन्होने कहा कि प्राइवेट ट्रांसपोर्ट कंपनियों के 100 करोड के अंदाज ऑल टैक्स पेंडिंग पड़े हैं अगर वह नहीं भरेंगे तो जल्दी उनकी ट्रांसपोर्ट कंपनियां बंद कर दी जाएंगी। टाटा कंपनी के साथ नई 800 सरकारी बसों का टेंडर पास हो चुका है और जल्दी ही पंजाब की सड़कों पर 400 बस उतारी जाएंगी और जो रूट पंजाब के बंद पड़े हैं, उन पर बसें चलाई जाएंगी। सरकारी बस डिपार्टमेंट को ऊपर उठाने के लिए आने वाले 15 दिनों में बस माफिया मुकम्मल तौर पर बंद कर दिया जाएगा।
उन्होने बताया कि पीआरटीसी और पनबस मुलाजिम पिछले लंबे समय से हड़ताल पर थे पर अब उन्होंने अपने हड़ताल खत्म कर दी है। उनकी तनख्वाह में 40% इजाफा कर दिया जाएगा और सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के मुताबिक जो आदेश होंगे बस के रोजगार पर भी उनको लगाया जाएगा। अगर ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट में कोई भी मुलाजिम करप्ट होगा तो मेरी तरफ से उसके ऊपर सुबूत मिलने पर उसी वक्त कार्रवाई की जाएगी।
परिवार में थोड़ी बहुत लड़ाई चलती रहती है पर कांग्रेसी एक ही है
अमरिंदर राजा ब्रिंग ने कहा कि कांग्रेस पार्टी बिना प्रधान के नहीं चल रही नवजोत सिद्धू का इस्तीफा अभी तक हाईकमान ने मंजूर नहीं किया है, नवजोत सिद्धू कांग्रेस पार्टी के लिए ही काम कर रहे हैं और उनके लिए ही वह कोई ना कोई रणनीति बनाते रहते हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह को दी राजा बडिंग ने मशवरा
कैप्टन अमरिंदर सिंह के बारे में उन्होने कहा कि आपने पंजाब के कांग्रेस में साढे 9 साल मुख्यमंत्री पद पर रहे हो सीनियर होते हुए आपको ऐसी बयानबाजी देने शोभा नहीं देती कि मैं पंजाब कांग्रेस छोड़ दूंगा, या आप अमित शाह के साथ मीटिंग कर रहे हैं। आपने अपने किए वादे तो पूरे नहीं किए पर अगर आप अब के समय में बीजेपी के साथ मीटिंग करेंगे तो पंजाब के लोग आपको कभी भी माफ नहीं करेंगे क्योंकि अमित शाह वही है, जिसने पंजाब के लोगों को पिछले 1 साल से सड़कों पर बैठने को मजबूर कर दिया है।