जालंधर, 30 मार्च (कबीर सौंधी) : जालंधर के जोशी अस्पताल प्रबंधन और ठेकेदार जब्बार खान के साथ नगर निगम के इंस्पैक्टर और एटीपी पर बड़ी कार्रवाई होने जा रही है। जोशी अस्पताल प्रबंधन बिना मंजूरी और नक्शे के ही काम शुरू करवाया। इसके लिए जे खान कंस्ट्रक्शन कंपनी को ठेका सौंपा गया। ठेकेदार जब्बार खान ने बिना एप्रूवल बेसमेंट की खुदाई कर कई घरों के लोगों की जिंदगी दांव पर लगा दी।
इस मामले में जांच अब खुद निगम कमिश्नर करणेश शर्मा ने शुरु कर दी है। जांच में सामने आया है कि जोशी अस्पताल की नई इमारत के निर्माण में बड़ा गड़बड़झाला है। तीन दिन पहले बेसमेंट की खुदाई के दौरान आसपास की इमारतों में दरारें आने के बाद चर्चा में आए इस मामले में नगर निगम कमिश्नर करनेश शर्मा ने अब खुद जांच की है।
जोशी अस्पताल के निर्माण में गड़बड़ी
निगम कमिश्नर ने माना कि निर्माण में बड़ी गड़बड़ी हुई है। उन्होंने बताया कि जांच में सामने आया है कि जिस जगह पर बेसमेंट के लिए खुदाई की जा रही थी उस जगह का कोई भी नक्शा पास नहीं करवाया गया और आसपास के बिल्डिंग मालिकों से ‘नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट’ भी नहीं लिया गया। जोशी अस्पताल प्रबंधन ने करीब 92 मरला जमीन पर बेसमेंट और बिल्डिंग निर्माण का नक्शा पास करवाया हुआ था लेकिन वहां पर अभी तक काम शुरू नहीं किया।
इसके साथ लगती 12 मरला जमीन पर किसी भी निर्माण या बेसमेंट के लिए मंजूरी नहीं ली थी लेकिन काम शुरू करवा दिया। 12 मरला जमीन पर खुदाई के कारण आसपास की इमारतों में दरारें आ गई। जांच के बाद निगम कमिश्नर ने 92 मरला जमीन पर बेसमेंट और बिल्डिंग निर्माण के लिए पास करवाए गए नक्शे को निलंबित कर दिया। यही नहीं 12 मरला जमीन में की गई खुदाई को तुरंत भरने के आदेश दिए हैं और जब तक पूरी जांच नहीं हो जाती तब तक यहां पर कोई भी निर्माण नहीं होगा।
इमारतों की छत और फर्श में दरारें आई हैं
मुआयने के बाद कमिश्नर ने कहा कि अवैध ढंग से बनाई जा रही बेसमेंट की गई गहरी खुदाई के कारण ही आसपास की इमारतों को नुकसान पहुंचा है। इमारतों की छत और फर्श में दरारें आई हैं। एक इमारत के सीवरेज सिस्टम के लिए बनाई गई होदी भी क्षतिग्रस्त हो गई है। दरारें इतनी बड़ी है कि दीवार में से ईटें तक बाहर निकल आई हैं।
निगम कमिश्नर करनेश शर्मा ने पूरे मामले की जांच के लिए ज्वाइंट कमिश्नर गुरविदर कौर रंधावा की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाई है। इसमें एसई बीएंडआर, एसई ओएंडएम, एसटीपी को शामिल किया है। तकनीकी जांच के लिए इसमें किसी भी एक्सपर्ट को साथ जोड़ा जा सकता है। यह टीम जांच के बाद कमिश्नर को रिपोर्ट देगी कि गलत तरीके से की गई खुदाई के कारण क्या नुकसान हुए हैं और अगर आगे काम करना है तो क्या-क्या सुरक्षा प्रबंध करने होंगे।
ठेकेदार समेत एटीपी और इंस्पेक्टर के खिलाफ होगी कार्रवाई
नगर निगम कमिश्नर करनेश शर्मा ने एटीपी विनोद और बिल्डिंग इंस्पेक्टर दिनेश जोशी पर भी कार्रवाई की तैयारी कर ली है। इन दोनों पर एक्शन लेने से पहले इन्हें दो दिन की मोहलत दी गई है कि वह अपना स्पष्टीकरण दें। नगर निगम कमिश्नर ने कहा कि अगर दोनों के काम में लापरवाही नजर आती है और स्पष्टीकरण से वह संतुष्ट ना हुए तो दोनों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। यह हैरानीजनक है कि इतना बड़ा निर्माण चल रहा है और किसी ने भी बिना मंजूरी खुदाई पर काम नहीं रोका। अगर आसपास की इमारत में दरार न आती तो बिना मंजूरी इतना निर्माण हो जाता।
उधर, ठेकेदार जब्बार खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने को लेकर आदेश जारी होने वाले हैं। जब्बार खान के पास न तो कोई डिग्री है न ही कोई सिविल इंजीनियर। इसके बावजूद बिना नक्शे और एप्रूवल के ही रिहाइशी इलाके में बेसमेंट खोद कर कईयों की जिंदगी दांव पर लगा दी।