जालन्धर 23 अगस्त (धर्मेन्द्र सौंधी) : महानगर की नगर निगम में इस समय भ्रष्टाचार का बहुत ही गंदा खेल ईमानदार अफसर खेल रहे हैं। ऐसा खेल आज तक आपने कभी फिल्मों भी नहीं देखी होगा। जो गेम यहां खेली जा रही है। महानगर के सेंटर हल्के में एक प्रभावशाली नेता द्वारा अफसर की अदला-बदली करवरकर अपनी सेटिंग के खेल कैसे खेलता है। इसका खुलासा बीते दिनों उस समय हुआ जब आधा दर्जन के लगभग दुकानों को एक निगम का ऑफिसर हाथों से लेटर को तोड़ता हुआ नजर आया और उसकी खबर प्रकाशित तक नहीं होने दी यही नहीं उनको चेतावनी देकर आया । उसी के पास एक कॉलोनी जिसकी चर्चा पूरे शहर में आज तक हो रही है जिसके द्वारा नकली एनओसी लेकर प्लाटों की रजिस्ट्री तक करवा दी गई और बैंकों से लोन तक करवा दिए गए और लोन जिस बैंक से हुए है उसके मैनेजर को अभी तक हाथ पांव खुले हुए हैं। उसकी जांच ठंडे बस्ती में बंद कर दी गई है उसकी साथ वाली गली में अवैध दुकानों को बनाने का ठेका नगर निगम के इस ऑफिसर ने नेताओं के सर पर लिया हुआ है सूत्र बताते है छोटी सी गली में बिजली के खंभे को दुकानों के बीच में ही लेते हुए दुकानों का काम दिन-रात चल रहा है और यह सेंटर हलके के बडिंग क्षेत्र में आते हैं। इस इलाके में खूब चर्चा हो रही है यह वही ऑफिसर है जो गरीबों के आशियाने तो खुलेआम 1 घंटे में तोड़ आता है लेकिन जब किसी प्रभावशाली नेता की सेटिंग करनी हो तो इसको ही आगे कर दिया जाता है।
सूत्र यह भी बताते हैं की मोटी रकम से इन दुकानों से पैसा वसूला गया है। जो फीस बनती थी सरकार की उसको भी पूरी तरह डंक मार दिया गया है अगर ऐसे ही खेल निगम ऑफिसर नेताओं की कठपुतलियां बनकर काम करते रहे तो सरकार का खजाना कभी नहीं भर सकता।क्या भ्रष्टाचार मुक्त का नारा देने वाली आम आदमी पार्टी की सरकार इस पर कोई कार्रवाई करेगी है या फिर यह मामला भी ठंडे बस्ते में ही डाला जाएगा ?