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जालंधर में खुद को पत्रकारों का स्वयंभू प्रधान बताने वाले की खुल गई पोल…PPR वाले साहब का बिस्तरा गोल

जनाब...कुत्ता पाल लो...पर कभी वहम न पालो...

जालंधर 11 जून (धर्मेन्द्र सौंधी) : एक बहुत ही मशहूर पंजाबी गीत के अल्फाज हैं, कुत्ता पाल लो…बिल्ली पाल लो…पर कभी वहम न पालो…पर इस गीत को शायद जालंधर में एक स्वयंभू प्रधान ने नहीं सुना और उसने मन में यह वहम (भ्रम) पाल लिया कि वह जालंधर के पत्रकारों का प्रधान है। हालांकि वह प्रधान है नहीं। इस कथित स्वयंभू प्रधान की पोल शुक्रवार को स्थानीय स्काईलार्क होटल में उस वक्त खुल गई जब सरकार के समक्ष अपनी समस्याओं पर विचार विमर्श करने के लिए कॉलोनाइजर व प्रॉपर्टी डीलर इकट्ठा हुए थे। तभी मंच पर इस स्वयंभू प्रधान ने खुद को पंजाबी प्रैस क्लब का प्रधान बताते हुए शेखी बघारनी शुरू कर दी। शेखी भी ऐसी कि जितना तापमान जालंधर में था उससे ज्यादा उबाल पत्रकारों के मन में इसकी गलत बातें सुनकर आ गया। जैसे ही इस कथित प्रधान द्वारा माइक से बोले शब्द पत्रकारों के कानों तक पहुंचे पत्रकारों ने मान्यवर (हिन्दी में इसका अर्थ महोदय होता है) को घेर लिया और जमकर फजीहत की।

पूरे समाज को विभिन्न मामलों में आईना दिखाने वाले पत्रकारों ने इस स्वयंभू पत्रकार को ही आईना दिखा दिया। आईना देखकर जनाब इतने शर्मिंदा हुए कि कान पर फोन लगाकर ऐसे निकले मानो किसी गंजे के सिर से बाल उड़ते हैं। बताया तो यह भी जा रहा है कि इस शख्स को कोई फोन नहीं आया था बल्कि खुद को फंसता देख यह बचने का रास्ता ढूंढ रहा था। अब सवाल ये पैदा होता है कि आज तो पत्रकारों के समक्ष इस शख्स ने शेखी बघारी जोकि पकड़ी गई लेकिन व्यक्तिगत रूप से यह कितने लोगों के समक्ष खुद को पत्रकारों का प्रधान बताकर पैसे ठगता होगा। सूत्रों के मुताबिक जिस पंजाबी प्रैस क्लब का यह खुद को प्रधान बताता है उस प्रैस क्लब में प्रैस कांफ्रेंस करवाने के लिए यह कथित प्रधान कस्टमर भी पंजाब प्रैस क्लब में प्रैस कांफ्रेंस करने आने वाले लोगों से कांटेक्ट बनाकर लेता है। जैसे पंजाब प्रैस क्लब में कोई प्रैस कांफ्रेंस हुई तो यह शख्स संबंधित पार्टी का फोन नंबर ले लेता है और फिर फोन करके सैटिंग करता है कि मेरे पंजाबी प्रैस क्लब में आओ वहां प्रैस कांफ्रेंस करते हैं। वैसे इस कथित प्रधान की शिकायत पुलिस और प्रशासन दोनों तक पहुंच गई है। थाना नंबर 4 से इस शख्स को फोन भी गया लेकिन इस महोदय ने किसी स्टाफ सदस्य से फोन उठवाकर कन्नी काट ली। इस शख्स ने सूचना के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है और उस ग्रुप में जो पत्रकार बंधु सूचनाएं डालते हैं उनका प्रयोग करके यह खुद को प्रधान कहने लगा है। अब हम आपको अगली किश्त में बताएंगे इसके बाकी कारनामों की फेहरिस्त।

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